सरायकेला-खरसावां गोलीकांड: आजाद भारत में जालियांवाला बाग

रांची से पूरब-दक्षिण 135 किलोमीटर दूरी एवं टाटा स्टील, जमशेदपुर से 60 किलोमीटर की दूरी पर सरायकेला-खरसावां स्थित है. सरायकेला-खरसावां पहले पश्चिम सिंहभूम में था. 2001 में यह स्वतंत्र जिला बना.

बिहार में जहरीली शराब से लगातार होती मौतें


बिहार में सत्ता के संरक्षण व पुलिस तंत्र के सहयोग से चल रहे शराब के गैरकानूनी तंत्र से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. केवल इस साल लगभग 100 जानें जा चुकी हैं. बिहार में शराबबंदी लागू है लेकिन भोजपुर, अरवल, गया, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सिवान, गोपालगंज और पश्चिम चंपारण के देवराज क्षेत्रा और नौतन में दिवाली पर जहरीली शराब से 62 लोगों की मौत हो गई.

जहरीली शराब पीने से हुई मौत की घटनाओं को हत्याकांड बताते हुए भाकपा(माले) ने विगत 7 नवंबर को पूरे राज्य में प्रतिवाद मार्च निकालकर सरकार का पुतला दहन किया.

उत्तर प्रदेश में विकल्प का सवाल: कुछ मुद्दे, कुछ बातें


- लाल बहादुर सिंह

उत्तर प्रदेश में चुनावी हलचल समय से पहले ही तेज हो गयी है. प्रधानमंत्री मोदी ने एक सप्ताह में पूर्वांचल के दो केंद्रों –कुशीनगर और वाराणसी – में चुनावी रैलियां की हैं और अमित शाह ने 29 अक्टूबर को लखनऊ पहुंचकर भाजपा का मिशन 22 लांच कर दिया है. अरविन्द केजरीवाल मंत्रिमंडल समेत अयोध्या दर्शन कर रहे हैं. ममता बनर्जी वाराणसी पहुंचने वाली हैं. बैरिस्टर ओवैसी लगातार कार्यक्रम कर रहे हैं. पंजाब और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों और नवजोत सिद्धू का भी किसान आंदोलन के बहाने दौरा हुआ.

सरदार उधम


- दृप्ता सारंगी

सुजीत सरकार की 2021 की बायोपिक फिल्म सरदार उधम (2 घंटा 44 मिनट) में उधम (विक्की कौशल अभिनीत) से उनके ब्रिटिश साथी एलीन ने पूछा कि वह सबकी आजादी की लड़ाई न लड़कर केवल अपने ही मुल्क के लोगों की आजादी के लिए क्यों लड़ रहे हैं? इसका जवाब देते उधम कहते हैं कि अंग्रेजी शासन से आजाद होने के बाद ही वह खुद को एलीन के बराबर होने का दावा कर सकते हैं, जो हर किसी की आजादी की मांग कर सकता है, लेकिन उधम को पहले अपने मुल्क के लोगों के लिए स्वतंत्रता की मांग करनी होगी.

सड़ती रही मलवे के नीचे दबी लाशें, सोयी रही पुष्कर धामी व नीतीश सरकार

 

उतराखंड भूस्खलन में करीब 42 मजदूरों की दबने की और अभी तक 16 मजदूरों के मौत की खबर है. मरनेवालों में सबसे अधिक बिहार के प्रवासी मजदूर हैं. अबतक 12 बिहारी मजदूरों के शव मिले हैं. 2 का अभी भी पता नहीं है.

लखीमपुर खीरी कांड : किसान आंदोलन से निपटने का सत्ता संरक्षित नया क्रूर फार्मूला


2 अक्टूबर 2021 को लखीमपुर खीरी में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटा द्वारा गाड़ी से रौंदे डालने और गोली चलाने से 4 किसानों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और दर्जनों किसान घायल हो गए.