भाकपा(माले) की ओर से लोहरदगा (झारखंड) में 23 जनवरी 2022 को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाई गई. मैथन रोड स्थित भाकपा(माले) कार्यालय में सबसे पहले उनके तस्वीर पर माल्यार्पण कर दो मिनट मौन रखकर उन्हे याद किया गया. इस मौके पर भाकपा(माले) नेता नागेन्द्र कुमार ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का भारत की आजादी में बड़ी भुमिका रही थी. उन्हांने देश की आजादी के लिए विदेशों में जाकर अपनी सेना बनाई थी और नारा दिया था कि ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा.’ झारखंड की सरजमीं में नेताजी सुभाषचंद्र बोस से जुड़ी कई यादें हैं. वे रांची के क्रांतिकारी यदुगोपाल मुखर्जी के विचारों से काफी प्रभावित थे. झारखंड के रॉची, गोमो, रामगढ, जमशेदपुर आदि जगहो में उनका आना-जाना रहा था और उन्होंने ही यहां के मजदूरों को एकजुट आंदोलन का पैगाम दिया था. हमें नेताजी सुभाषचंद्र बोस के दिखाए रास्ते पर चलते हुए संविधान की रक्षा का संकल्प लेना चाहिए. इस अवसर पर माले नेता नागेन्द्र कुमार, लालबाबू रजक, संतोष शर्मा, घुंघरू मोदी, कयूम अंसारी, एंथोनी, मो. कौशर, मोबंटी, राहुल कुमार, अंकित कुमार, दिनेश पंडित, नंदय प्रसाद, मो. सिराज, सुरेश ठाकुर, मुकेश ठाकुर आदि मौजूद थे.
- महेश सिंह सांवरिया