वर्ष - 30
अंक - 52
25-12-2021

संविधान बचाओ संघर्ष मोर्चा भिलाई द्वारा सीएए, एनआरसी, एनपीआर के खिलाफ समान नागरिकता के लिए चले शाहीनबाग आंदोलन के 2 साल पूरा होने पर 16 दिसंबर को सतनाम भवन, सेक्टर 6, भिलाई में विभिन्न संगठनों द्वारा एक बैठक का आयोजन किया गया.

बैठक में शाहीनबाग तथा किसानों के आंदोलन का अभिनंदन एवं उनके प्रति एकजुटता जाहिर करते हुए केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा संविधान व लोकतंत्र पर लगातार किये जा रहे हमले पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई और इसके खिलाफ एकताबद्ध आंदोलन को आगे बढ़ाने का आह्वान किया गया. बैठक में इस बात पर चिंता जाहिर की गई कि भाजपा सरकार की कार्पारेटपरस्त और जनविरोधी नीतियों के कारण मेहनतकश जनता का जीवन दूभर होता जा रहा है.

बैठक में उक्त परिस्थितियों के मद्देनजर संपन्न होने जा रहे नगरी निकाय चुनावों में आम जनता से समवेत स्वर में भाजपा के उम्मीदवारों को हराने की अपील की गई.

बैठक में केन्द्र सरकार से मांग की गई कि सीएए, एनआरसी, एनपीआर के कानून को रद्द किया जाये. झूठे आरोपों में गिरफ्तार तमाम राजनीतिक बंदियों को रिहा किया जाये. यूएपीए, अफ्स्पा जैसे काले कानूनों को वापस लिया जाये व चन्दूलाल चन्द्राकर मेडिकल कॉलेज से निकाले गए कर्मचारियों को तत्काल नौकरी पर बहाल किया जाये. बैठक में किसानों की साजिशन हत्या के लिए जिम्मेदार गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की तत्काल बर्खास्तगी की मांग भी उठाई गई.

बैठक को भाकपा(माले) लिबरेशन के बृजेन्द्र तिवारी, माकपा के डीवीएस रेड्डी, भाकपा के विनोद कुमार सोनी, ऐक्टू के श्यामलाल साहू, अशोक मिरी व शिव कुमार प्रसाद, छमुमो के कलादास डहरिया, लोइमू के सुरेन्द्र मोहंती, सीटू के अशोक खातरकर, आइसा के डॉ. दीक्षित भीमगड़े, पीयूसीएल के प्रसाद राव, एडवोकेट यूसुफ मुहम्मद, ऐपवा की फरजाना बानो और गुरू घासीदास सेवा समिति भिलाई के प्रमुख संतराम केशकर व बेदनलाल गेन्डे आदि लोगों ने संबोधित किया.

- बृजेन्द्र तिवारी