ऑल इंडिया लॉयर्स एसोसिएशन फॉर जस्टिस (आइलाज) के राष्ट्रीय संयोजकों की बैठक 18-19 दिसंबर को बंगलोर में संपन्न हुई. इसमें तमिलनाडु, केरल, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और कर्नाटक के वकीलों और लॉ के छात्र प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इस बैठक में निम्नलिखित प्रस्ताव पारित किये गये –
1) आइलाज कोविड महामारी के बीच में अपनी स्थापना के बाद से ही कानूनी बिरादरी की फिक्र और उनके हितों की रक्षा करने में सबसे आगे रहा है और भविष्य में भी करता रहेगा.
2) यह बारम्बार जोर देकर कहा गया है कि कोविड महामारी और लॉकडाउन ने बड़े पैमाने पर लोगों की आजीविका को तबाह कर दिया है, जिसमें वकीलों और कानूनी बिरादरी का बहुत बड़ा वर्ग भी शामिल है. केंद्र/राज्य सरकारों सहित बार काउंसिल और बार एसोसिएशन ने भी कानूनी बिरादरी की पूरी तरह से अनदेखी की और अपर्याप्त राहत की घोषणा कर उनकी आजीविका और हितों की रक्षा करने में विफल रही है. इसी तरह कानून के छात्रों के सामने आने वाली वित्तीय बाधाओं और डिजिटल असमानता को दूर करने में सरकारों और कॉलेजों की विफलता के कारण उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा है.
3) आइलाज ने इस मौके पर एक रिपोर्ट जारी की. इसमें पिछले एक साल की गतिविधियां व किये गये कई हस्तक्षेप शामिल हैं, जिसमें कोविड महामारी और अनियोजित लॉकडाउन के प्रभाव से से पीड़ित कानूनी पेशे के सदस्यों के वित्तीय मदद के लिए अभियान, जनविरोधी कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के संघर्ष के को निरंतर समर्थन, भीमा कोरेगांव मामले में असंतोष को दबाने के लिए यूएपीए के इस्तेमाल के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन विशेष रूप से शामिल हैं. रिपोर्ट में आइलाज द्वारा सर्वाच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के जनविरोधी निर्णयों और अन्य घटनाक्रमों पर जारी किए गए विभिन्न बयानों का भी विवरण है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आइलाज हिंदुत्ववादी-फासीवादी ताकतों के जातिवादी और सांप्रदायिक एजेंडे से सक्रिय रूप से लड़ रहा है. कॉरपोरेट लूट और जातिवादी/सांप्रदायिक आक्रमण के खिलाफ संघर्ष को तेज करने के संकल्प के साथ रिपोर्ट को अनुमोदित किया गया.
4) इसी उत्साह और उर्जा के साथ आइलाज अपने चार्टर को लागू करने और अपनी गतिविधियों को व्यवस्थित करने के लिए प्रतिबद्ध है, और निम्नलिखित मुद्दों पर तत्काल ध्यान देने का संकल्प लेता है :
5) आइलाज यौन उत्पीड़न के खिलाफ अपनी जेंडर सेंसिटाइजेशन कमेटी बनाएगी.
6) प्रत्येक राज्य में आइलाज को मजबूत करना और देश के सभी राज्यों में आइलाज के प्रसार को सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाना.
7) राष्ट्रीय सम्मेलन से पहले आइलाज की सभी राज्य इकाइयां सदस्यता अभियान चलाएंगी और अपनी राज्य समितियों का गठन कर अपने राज्य सम्मेलन करेंगी.
8) आइलाज का राष्ट्रीय सम्मेलन 28 और 29 मई, 2022 को कलकत्ता में होगा. प्रत्येक राज्य इकाई अपने राज्य के प्रतिनिधियों की संख्या के बारे में राष्ट्रीय संयोजकों को बताएगी.
9) आइलाज ने अपने चार्टर को अपनाया जिसका अंतिम अनुमोदन रास्ट्रीय सम्मेलन के जरिये किया जायेगा.
- क्लिफ्टन डी रोजारियो