वर्ष - 30
अंक - 13
27-03-2021

 

जन विरोधी कृषि कानूनों को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून बनाने की मांग को लेकर  विगत 22 मार्च 2021 को बनारस स्थित शास्त्राी घाट, कचहरी पर एक किसान मजदूर महापंचायत आयोजित की गई. इसका आयोजन अखिल भारतीय किसान महासभा एवं अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा द्वारा  किया गया.

किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता एवं अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि चार माह पहले दिल्ली पहुंच कर शुरू किया गया किसान आंदोलन आज देश के विभिन्न हिस्सों में फैल गया है. 250 किसानों की शहादत के बाद भी मोदी सरकार अम्बानी-अडानी के फायदे के लिए बनाए गए कृषि कानूनों को वापस नहीं ले रही है. हम किसान भी अपनी मांगों से पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है. इस आंदोलन को जीतने के लिए आज खेत मजदूरों की एकता की बेहद जरूरत है. महापंचायत को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) राज्य सचिव का. सुधाकर यादव ने कहा कि मोदी सरकार ने रेल, बीमा, बैंक जैसी सरकारी संस्थाओं को पूंजीपतियों के हाथों बेचने की मुहिम छेड़ दी है. ट्रेड यूनियन नेता श्री प्रकाश राय ने किसानों की लड़ाई में देश के मजदूर और उनकी ट्रेड यूनियनों के साथ आने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह भारत में मजदूर और किसान आंदोलन के लिए अच्छा संकेत है.

बीएचयू की प्रोफेसर प्रतिमा गोंड ने कहा कि  जिस तरह से सरकारी संस्थाओं से लोकतंत्र को  मिटाया जा रहा है और जो घुटन हम महसूस कर रहे हैं, उसमें हम सबको अपनी-अपनी मांगें लेकर किसान आंदोलन के साथ खड़ा हो जाना चाहिए. किसान लोकतांत्रिक व्यवस्था को बचाने की लड़ाई लड़ रहा है, शिक्षक-विद्यार्थी अपनी शिक्षा और विश्वविद्यालय की स्वायत्तता बचाने की लड़ाई लड़ रहा है, अल्पसंख्यक अपनी नागरिकता के लिए लड़ रहा है, आदिवासी जल-जंगल-जमीन के लिए लड़ रहा है, स्त्राी अपने सम्मान के लिए लड़ रही है, तो दलित-बहुजन अपनी लोकतांत्रिक भागीदारी के लिए लड़ रहा है. सबको लोकतंत्र को बचाने के लिए किसानों के साथ खड़े होकर इस सरकार को मटियामेट करने के लिए सड़क पर आना चाहिए. किसान नेता कृपा वर्मा और प्रगतिशील लेखक संघ से प्रो. गोरख पाण्डे ने भी सभा को संबोधित किया. ट्रेड यूनियन नेता वीके सिंह ने किसान मजदूर महापंचायत में आए सभी लोगों का स्वागत किया.

कार्यक्रम को ऐपवा जिला सचिव स्मिता बागड़े, गांधी स्टडीज सेंटर की डाॅ. मुनीजा रफीक खान, इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश यादव, सामाजिक कार्यकर्ता नन्दलाल मास्टर, अधिवक्ता प्रेमप्रकाश आदि ने भी संबोधित किया. किसान मजदूर महापंचायत का संचालन खेग्रामस नेता अमरनाथ यादव ने किया.