7 फरवरी 2021 को इंकलाबी नौजवान सभा (इंनौस) की दो सदस्यीय टीम ने बलरामपुर जिले के गांव बेलहा (बलौहा) का दौरा कर पीड़िता के माता-पिता व परिवार के लोगों से मिल कर घटना की जानकारी ली. बातचीत में पीड़ित के पिता फौजदार ने बताया कि कई महीने से मेरी पुत्री से आशीष सिंह; पिता का नाम – जमुना प्रसाद सिंहद्ध लगातार छेड़खानी कर रहा था. जब मैने शिकायत की तो आशीष सिंह व उसके चाचा (वर्तमान प्रधान) ने कहा कि अब तो दाग लग ही गया, इसका प्रचार नहीं करो, नहीं तो जान से मार देंगे. शिकायत करने के बाद भी इस पर कोई रोक नहीं लगी.
उन्होंने बताया कि विगत 28 जनवरी को दोपहर 2 बजे रिंकी घर से निकली और रात तक घर वापस नही आई. अगले दिन बहुत तलाश करने के बाद भी वह नहीं मिली. लेकिन, गांव के तालाब के पास उसकी चप्पल मिली. जाल डालने पर भी रिंकी का शव तालाब में नहीं मिला. दूसरे दिन, 30 जनवरी की सुबह उसके नाना ने उसके शव को तालाब में तैरते हुये देखा.
खानापूर्ति के नाम पर पुलिस ने आरोपी आशीष के खिलाफ बेलहा थाना कोतवाली (देहात) में 363, 294, 506; एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. परिजनों ने बताया कि जब यह घटना हुई, पीड़िता के पिता मुंबई गये हुए थे. परिजनों ने अपराधियों के खिलाफ हत्या व बलात्कार का आरोप लगाया और जिला प्रशासन से आर्थिक मदद की मांग की. जांच टीम में इंनौस के राज्य कमेटी सदस्य व बस्ती के जिला सचिव रामलवट और जिला कमेटी सदस्य शैलेश कुमार शामिल थे.