पिछली 12 फरवरी 2021 को पूरे देश में महिला संगठन अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) का स्थापना दिवस मनारया गया. इस मौके पर बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश समेत कई राज्यों में कई जगहों पर विविध कार्यक्रम आयोजित हुए और ऐपवा संगठन व महिला आंदोलन के नेताओं को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी गई.
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में ‘वर्तमान परिस्थिति में महिलाओं के सामने चुनौतियां’ विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया. फैजाबाद के प्रेस क्लब में आयोजित सेमिनार को मुख्य वक्ता के रूप मे संबोधित करते हुए ऐपवा की राज्य सहसचिव मीना सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश महिला हिंसा का गढ़ बन गया है जहां तीन साल की बच्ची से लेकर अस्सी साल की बूढ़ी मां तक सुरक्षित नही है. उन्होंने कहा कि जब बलात्कारियो को बचाने के लिए भारत के झंडे के साथ रैलियां निकलेंगी तो भारत की बेटियां कैसे सुरक्षित रहेंगी?
उन्होंने कहा कि बिना सोचे समझे किए गए लाॅकडाउन के बाद से सबसे ज्यादा बेरोजगारी की मार महिलाएं ही झेल रही है जिसका असर उनके शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका पर आए संकट के रूप मे देखा जा सकता है. ऐपवा अपने स्थापना काल से ही समानता, सम्मान व नारी मुक्ति के लिए न सिर्फ संघर्षरत है बल्कि संविधान व लोकतंत्र को बचाने की हर लड़ाई के अगुआ कतार मे शामिल है और मौजूदा समय मे चल रहे किसान आंदोलन मे मंच संचालन से लेकर ट्रैक्टर परेड में भी आगे रही हैं.
सेमिनार की अध्यक्षता सामाजिक कार्यकर्ता सिम्मी मोजिज ने की और संचालन ऐपवा संयोजिका सुनीता गौड़ ने किया. सेमिनार को भाकपा(माले) जिला प्रभारी अतीक अहमद, घरेलू कामगार अधिकार मंच की नेता नीलम, महिला कार्यकर्ता संगीता, किसान नेता उमाकांत विश्वकर्मा, इनौस के नेता राम सिंह व आशीष कुमार ने भी संबोधित किया.
कार्यक्रम में शांति, सुमन, राजिया बानो, सहाना बानो, विद्या यादव, सीता देवी, गायत्री, प्रेमा देवी, सावित्री देवी, आशा, मिथिला देवी, सुदामा देवी, तारा देवी सहित बड़ी संख्या मे महिलाएं शामिल रहीं.
लखीमपुर-खीरी में कई जगहों पर, लखनऊ के मड़ियावं व गोमतीनगर तथा सोनभद्र के राबर्टसगंज में ऐपवा का स्थापना दिवस मनाया गया. गाजीपुर बोर्डर पर चल रहे किसान धरना स्थल पर ऐपवा की राज्य अध्यक्ष कृष्णा अधिकारी की अगुआई में ऐपवा का स्थापना दिवस मनाया गया.
बिहार में दरभंगा जिले के बहादुरपुर में इस मौके पर ऐपवा का पहला प्रखंड सम्मेलन आयोजित हुआ. महेशचंद्र जनता बालिका उच्च विद्यालय, देकुली में आयोजित सम्मेलन की शुरूआत वरिष्ठ ऐपवा नेत्री रानी शर्मा द्वारा झंडोत्तोलन से हुआ. इसके बाद आंदोलन में शहीद हुई महिला नेताओं और किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी गई.
सम्मेलन की अध्यक्षता चानमुनि देवी, सुनीता देवी, रिंकी देवी, डोमनी देवी, रेखा देवी के 5-सदस्यीय अध्यक्षमंडल ने किया. इसका उदघाटन करते हुए ऐपवा जिला सचिव शनिचरी देवी ने कहा कि महिलाओं के मान-सम्मान व हक-अधिकार के लिए एकजुट होकर संघर्ष में उतरना पड़ेगा और मोदी-नीतीश राज में महिलाओं पर हो रहे चौतरफा हमलों के खिलाफ आवाज बुलंद करना होगा. ऐपवा जिला अध्यक्ष साधना शर्मा ने कहा कि नीतीश राज में महिलाओं पर जुल्म बढ़ा हैं. ऐपवा नेत्री रसीदा खातून ने कहा कि हम महिलाएं भी देश के किसानों के आंदोलन के साथ हैं. उन्होंने महिलाओं के कर्ज मुक्ति के आंदोलन को भी तेज करते हुए आगामी 5 मार्च को बिहार विधानसभा के समक्ष स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा आहूत प्रदर्शन में बड़ी संख्या महिलाओं से शामिल होने का आह्वान किया.
सम्मेलन को रानी सिंह, रानी शर्मा, रीता देवी, समतोला देवी, चानमुनि देवी, सुनीता देवी, प्रमिला देवी, शोभा देवी आदि ने भी संबोधित किया. जिला पर्यवेक्षक रीता देवी के देखरेख में सर्वसम्मति से 17-सदस्यीय प्रखंड परिषद का चुनाव हुआ और सुनीता देवी को अध्यक्ष, चानमुनि देवी,को सचिव, सुनीता देवी को उपाध्यक्ष और सविता देवी को सहसचिव बनाया गया. सम्मेलन से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को आयोजित ऐपवा जिला सम्मेलन को सफल बनाने का भी संकल्प लिया गया.
गया जिले के डोभी, मानमुर, मोहनपुर व गया शहर में जाति-धर्म का भेद मिटाने और महिला उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष तेज करने के संकल्प के साथ ऐपवा का स्थापना दिवस मनाया गया. ऐपवा जिला सचिव रीता बरनवाल, शीला वर्मा, मीनता देवी, अंजू देवी, सुधा कुमारी, मंसा कुमारी, पिंकी देवी, कंचन देवी आदि ने स्थापना दिवस कार्यक्रमों का नेतृत्व किया. स्वयं सहायता समूह संघर्ष समिति व ऐपवा के बैनर तले आगामी 5 मार्च को आयोजित होनेवाले विधानसभा मार्च में अधिक से अधिक महिलाओं को भागीदार बनाने की अपील की गई.
पटना महानगर में एक गोष्ठी आयोजित कर ऐपवा का स्थापना दिवस मनाया गया. गोष्ठी में ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी, राज्य सचिव शशि यादव, नगर अध्यक्ष मधु समेत पटना नगर की महिलाएं शामिल थीं. गोष्ठी का संचालन ऐपवा नेत्री विभा गुप्ता ने किया. अनुराधा, राखी मेहता, नसरीन नाज, आस्मां खातून सहित कई महिला नेताओं ने गोष्ठी में अपनी बातें रखीं.
झारखंड के गिरिडीह में गिरबरकट्टा समेत कई जगहों पर ऐपवा का स्थापना दिवस मनाया गया. हरिचक (पचम्बा) में आयोजित कार्यक्रम में प्रीति भास्कर, मंजू देवी, हीरामणि देवी, सन्नित देवी, संगीता देवी, वसंती देवी, सुमंती देवी, रेणु देवी, रीना देवी, अनिता देवी, हेमिया देवी, बबिता देवी, अनिता देवी, किरण देवी, देवकी देवी, कुंती देवी, कविता देवी, देवंती देवी, संगीता देवी आदि दर्जनों महिलाओं ने हिस्सा लिया.