विगत 5 जनवरी को ‘किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों को रद्द करो’, ‘खेती में कम्पनी राज नही चलेगा’, ‘खेत खेती किसान बचाओ, कारपोरेट का राज मिटाओ’, ‘अन्नदाता किसानो पर दमन बंद करो’ आदि नारों के साथ अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति बैनर तले कामरेड सरजू पाडेय पार्क में किसान पंचायत आयोजित हुआ.
किसान पंचायत को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि आजाद भारत में पहली बार बेलगाम पूंजीवाद और साम्राज्यवादी लूट के लिए मोदी सरकार ने सारे रास्ते खोल दिये हैं. इसके खिलाफ 40 दिन से बेहद शान्ति पूर्ण ढंग से आन्दोलन दिल्ली बार्डर पर चल रहा है जिसमें हर 16 घंटे में एक किसान शहादत दे रहा है. इन तीन कानूनों के लागू होने से किसान का अस्तित्व खत्म हो जाएगा, उनकी जमीन और खेती बाजार के हवाले हो जायेगी.
गुलाब सिंह की अध्यक्षता व जनार्दन राम के संचालन में हुई किसान पंचायत को पूर्व विधायक राजेंद्र यादव, भाकपा(माले) जिला सचिव रामप्यारे राम, भाकपा के जिला सचिव अमेरिका यादव, रिहाई मंच के नेता राजू यादव, राजेश वनवासी व नसीरुद्दीन ने संबोधित किया.
विगत 7 जनवरी को रायबरेली के मुशीगंज में मुशीगंज गोलीकांड के 101वीं बरसी पर अखिल भारतीय किसान महासभा ने मुशीगंज शहीद स्थल पर ‘किसान संकल्प सभा’ आयोजित की. इस मौके पर मजदूर-किसान नेता कामरेड विजय विद्रोही ने कहा कि मुशीगंज मे सौ साल पहले किसानों ने जमीदारों-अंग्रेजो के खिलाफ संघर्ष मे शहादत दी थी. आज मोदी सरकार द्वारा किसानों को कम्पनियों का गुलाम बनाना चाहती है. उसके खिलाफ देश का किसान दिल्ली में शहादत दे रहा है.
किसान महासभा के जिला अध्यक्ष फूलचंद मौर्य ने कहा किसानों को अभी तक पूरी आजादी नही मिली है. न फसल का दाम तय करने की आजादी है, न बाजार पर किसान की पहुंच है. सभा को जिला उपाध्यक्ष मो. हलीम, संतोष कुमार, अंसार अहमद, देश राज यादव, वंश गोपाल सिंह, उदयभान चौधरी, मुश्ताक हैदर, लल्ला पटवा, पतिराजा देवी, डा. मो हलीम, सुरेश शर्मा, अशोक सिंह, अमरनाथ मौर्य, आदि ने सम्बोधित किया. किसान महासभा ने मुशीगंज शहीद स्थल पर शहीदों की स्मृति मे पोस्टर व फोटो प्रदर्शनी लगाई.
7 जनवरी 2021 को लखीमपुर खीरी के पलिया तहसील मुख्यालय पर दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में विशाल प्रदर्शन किया गया. किसान संगठनों, मजदूरों और महिलाओं ने प्रदर्शन और सभा कर राष्ट्रपति के नाम उप जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया.
नये तीन किसान-विरोधी काले कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में और बदायूं गैंगरेप के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा की मांग को लेकर आज जिला मिर्जापुर के पटेहरा ब्लाक मुख्यालय पर धरना दिया गया.