वर्ष - 29
अंक - 41
03-10-2020

करीब दो माह तक लगातार किए गए प्रयास से सिवान नगर परिषद में 253 सफाई मजदूरों के बीच ऐक्टू के बैनर से सफाई मजदूर यूनियन का गठन किया गया. अमित  कुमार इस यूनियन के अध्यक्ष बनाये गये हैं.

सिवान नगर परिषद के सभापति सिंधु सिंह और उप सभापति बबलू साह हैं. सिंधु सिंह भाजपा नेता मनोज सिंह के रिश्तेदार भी हैं. भाजपा को इस बात की चिढ़ है कि भाकपा(माले) ने नगर परिषद् में अपनी सफाई मजदूर यूनियन कैसे बना ली?

भाकपा(माले) समर्थित यूनियन की बढ़ती गतिविधियों को देखकर नगर परिषद ने विगत 8 सितंबर 2020 को काम में लापरवाही व तेल बेचने का झूठा आरोप लगाकर ड्राइवर प्रिंस कुमार पांडेय की संविदा नियुक्ति को रद्द कर दिया. यूनियन की तरफ से बातचीत कर मामले को हल करने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली. 

अंततः ड्राइवर प्रिंस कुमार को पुनः बहाल करने समेत 10-सूत्री मांगों के साथ विगत 16 सितंबर से सारे सफाई मजदूर हड़ताल पर चल गए. लेकिन, हड़ताल के दौरान भी वे चुप नहीं बैठे रहे. वे अपनी मांगों को पूरा  करने के लिये वे हर दिन आंदोलनात्मक गतिविधि करते रहे. इस दौरान शहर के कई प्रमुख नुक्कड़-चौराहों पर सभा आयोजित हुई और नगर परिषद के मुख्य द्वार पर धरना दिया गया. हड़ताल की वजह से शहर में कचरा जमा होने लगा और गंदगी फैलने लगी.

शहरवासियों में मजदूरों के पक्ष में बढ़ते समर्थन से प्रशासन पर दबाव में आया और इस मामले में जिलाधिकारी को हस्तक्षेप करना पड़ा. विगत 24 सितम्बर को जिलाधिकारी  कक्ष में हुई वार्ता में सफाई कर्मियों की सभी मांगें पूरी हुईं. सिवान शहर के सफाई मजदूरों के लिए यह एक बहुत बड़ी जीत है. देर शाम में मजदूरों ने विजय जुलूस निकाला.