नेशनल मूवमेंट टू सेव रेलवे द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार 9 सितंबर 2020 को प्रयागराज में इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष का. मनोज पाण्डेय के नेतृत्व में शान्तिपूर्ण व लोकतांत्रिक तरीके से शारीरिक दूरी बनाकर ठीक रात 9 बजे से 9 मिनट तक मशाल जलाकर रेलवे के निजीकरण, निगमीकरण व एनपीएस के खिलाफ विरोध किया गया. विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए का. मनोज पांडेय ने कहा कि मोदी सरकार जनता की सवारी को बेचकर देश को पुनः गुलामी की तरफ ले जाना चाहती है. हम देश भर के रेलवे कर्मचारियों को गोलबंद और छात्रों, नौजवानों व किसानों के साथ एकजुट होकर सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष करेंगे.
इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. कमल उसरी ने कहा कि मोदी सरकार सिर्फ डराने का काम रही है लेकिन बेरोजगार युवाओं, मेहनतकश मजदूरों और कर्मचारियों ने सरकार से डरने के बजाय सड़क पर उतर कर संघर्ष करने का निर्णय लिया है. हम सभी मिलकर लडेंगे, यकीनन जीतेंगे. प्रदर्शन में नार्थ सेंट्रल रेलवे वर्कर्स यूनियन के केंद्रीय कोषाध्यक्ष का. संजय तिवारी, नार्थ सेंट्रल रेलवे वर्कर्स यूनियन के केंद्रीय सहायक महामंत्री सैयद इरफात अली व इफ्तिखार सहित कई अन्य लोग शामिल रहे.