वर्ष - 29
अंक - 36
22-08-2020

सम्पूर्ण जिला को बाढ़ग्रस्त घोषित करने, जिला अनुश्रवण समिति की बैठक बुलाने, सभी बाढ़ पीड़ितों को 25 हजार रुपया मुआवजा देने, बाढ़ का स्थायी निदान करने, बांध मरम्मत में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी पर कर्रवाई करने, बाढ़ राहत की मांग कर रहे लोगों पर दर्ज मुकदमा वापस लेने, आदि मांगों को लेकर 25 अगस्त को भाकपा(माले) की जिला कमिटी के आह्वान पर जिला के जिला मुख्यालय, सभी अनुमंडल मुख्यालयों, जाले प्रखंड मुख्यालय और पघारी में मानव श्रृंखला कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिला मुख्यालय में जिला अधिकारी के मुख्य गेट से आयुक्त कार्यालय और लहेरियासराय टावर तक मानव श्रृंखला लगाई गई जिसका नेतृत्व जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, आर के सहनी, नंदलाल ठाकुर, अशोक पासवान, जंगी यादव, सदिक भारती व सत्यनारायण मुखिया ने किया. श्रृंखला में बड़ी संख्या में बाढ़ पीड़ितों ने हिस्सा लिया.

मानव श्रृंखला को संबोधित करते हुए माले जिला सचिव ने कहा कि पूरा दरभंगा बाढ़ की चपेट में है. लेकिन सम्पूर्ण जिला को बाढ़ग्रस्त घोषित करने में जिला प्रशासन आनाकानी कर रहा है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में किसी भी आपदा के समय सत्ता पक्ष और विपक्ष के साथ राय मशविरा के लिए जिला अनुश्रवण समिति की बैठक होती रही है जिसमें प्रभारी मंत्री उपस्थिति रहते हैं, लेकिन इस बार जिला अधिकारी ने अभी तक अनुश्रवण समिति की बैठक न बुलाकर लोकतंत्र का अपमान किया है. उन्होंने जिला अधिकारी से अविलंब जिला अनुश्रवण समिति का बैठक बुलाने की मांग कीवरिष्ठ नेता आरके सहनी ने कहा कि जिला में हर वर्ष बाढ़ आती है, लेकिन सरकार इसके स्थायी निदान के प्रति उदासीन है. बाढ़ राहत लोगों तक नही पहुंचती है. राहत देने के नाम पर लूट चलती है. उन्होंने सभी बाढ़ पीड़ितों के खाते में अविलंब 25 हजार रुपये डालने की मांग की.

जिला स्थायी समिति सदस्य जंगी यादव ने कहा कि नीतीश-मोदी की सरकार दलित-गरीबों को राहत नहीं दे रही है. उल्टे राहत की मांग कर रहे लोगों पर झूठा मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. जिला स्थायी सदस्य नादलाल ठाकुर ने कहा कि अनुश्रवण समिति द्वारा बहादुरपुर प्रखंड को बाढग्रस्त घोषित करने के प्रस्ताव पर टालमटोल करने वाले जिला प्रशासन के पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की.

कार्यक्रम में पप्पू पासवान, देवेन्द्र कुमार साह, शनिचरी देवी, रीता देवी, राशिदा खातून, कल्याण भारती, मोजमालुद्दीन, नेयाज अहमद, पप्पू खान, संदीप कुमार चौधरी, संतोष यादव, विश्वनाथ पासवान, शिवन यादव सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए. 31 अगस्त को सभी प्रखंड मुख्यालय में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया.