वर्ष - 29
अंक - 31
31-07-2020

28 जुलाई 2020 को भाकपा(माले) के संस्थापक महासचिव कामरेड चारु मजूमदार की शहादत की 48वीं बरसी को जोश और संकल्प के साथ मनाया गया. मुख्य कार्यक्रम दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय चारु भवन में मनाया गया जहां पार्टी महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य, पोलितब्यूरो सदस्य स्वदेश भट्टाचार्य, कविता कृष्णन, केंद्रीय कमेटी सदस्य संजय शर्मा, राजीव डिमरी, राजेन्द्र प्रथोली, पुरुषोत्तम शर्मा, सुचेता डे, हरियाणा प्रभारी कामरेड प्रेमसिंह गहलावत, दिल्ली कमेटी के सदस्य अमरनाथ तिवारी, बीडीएस गौतम, स्वेता राज, मृत्यंजय, कपिल शर्मा, अरुण सहित दर्जनों अन्य साथियों ने कामरेड चारु मजूमदार की मूर्ति पर पुष्पांजलि के साथ श्रद्धांंजलि दी. उसके बाद भारतीय क्रांति के सभी शहीदों को दो मिनट के मौन के साथ श्रद्धांंजलि दी गई. फिर केंद्रीय कमेटी द्वारा जारी संकल्प पत्रा पढ़ा गया और पार्टी महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने उपस्थित साथियों को संबोधित किया.

बिहार में भाकपा(माले) के संस्थापक महासचिव कामरेड चारु मजूमदार की शहादत के 48 साल पूरे होने और पार्टी के पुनर्गठन की 46वीं वर्षगांठ पर 28 जुलाई को राज्य भर में भाकपा(माले) ने अपने प्रिय नेता को श्रद्धांंजलि दी और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके अधूरे मिशन और वास्तविक आजादी तथा सच्चे लोकतांत्रिक भारत के निर्माण के सपने को पूरा करने की प्रतिज्ञा ली.

राज्य कार्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेता बृजबिहारी पांडेय, राज्य सचिव कुणाल, केंद्रीय कमेटी सदस्य सरोज चौबे, समकालीन लोकयुद्ध के सह-संपादक प्रदीप झा, प्रकाश कुमार आदि नेताओं ने चारू मजूमदार और अन्य शहीदों की याद में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांंजलि दी. पटना जिला कार्यालय में पोलितब्यूरो सदस्य अमर व दिलीप सिंह, ललन सिंह आदि नेताओं ने श्रद्धांंजलि दी.

इस मौके पर बृज बिहारी पांडेय ने कहा कि पार्टी को अपने आखिरी संदेश में कामरेड चारु मजूमदार ने जनता के हित को ही पार्टी का हित मानते हुए, जनता की सेवा करने का आह्वान किया था. जनता के हितों की सेवा का आह्वान आज की कठिन परिस्थितियों में और भी प्रासंगिक हो जाता है, जब जनता कोरोना महामारी और मोदी सरकार द्वारा जबरन थोपे गए विनाशकारी लाॅकडाउन की दोहरी मार से जूझ रही है. हम शपथ लेते हैं कि इन चुनौतियों का साहस पूर्वक सामना करेंगे तथा पूरी ताकत और क्षमता के साथ जनता की सेवा करेंगे.

लाॅकडाउन का फायदा उठाते हुए मोदी सरकार ने भारत की जनता, संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ एक तरह से युद्ध छेड़ दिया है. काॅरपोरेटों को सभी संसाधनों को हड़पने की खुली छूट दे दी गयी है तथा एक के बाद एक लगातार हमारे अधिकार छीने जा रहे हैं और इस तरह, हर मुमकिन तरीके से हमारे देश को कमजोर किया जा रहा है. तुर्रा ये कि सरकार हर जिम्मेदारी से, यहां तक कि लोगों को आवश्यक वस्तु और सेवाएं मुहैया कराने तक से पल्ला झाड़ रही है और फिर अपनी इस गैरजिम्मेदारी को आत्मनिर्भरता का नाम देने का पाखंड रच रही है. जनता के बीच घृणा और विभाजन के बीज बोने, देश को कमजोर करने तथा संविधान व लोकतंत्र को नष्ट करने के फासीवादी मंसूबे से लड़ने और उसे परास्त करने की हम शपथ लेते हैं.  

राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि भारत के कामगार लोग, खास तौर पर जो सार्वजनिक स्वास्थ्य और आवश्यक सेवाओं के मोर्चे पर कार्यरत हैं, वे कोरोना के जानलेवा खतरे का सामना करते हुए भी निरंतर अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं. हम उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण को सलाम करते हैं. देश के बहुत सारे बुद्धिजीवी और एक्टिविस्ट इस समय फर्जी मुकदमों और दमनकारी कानूनों के तहत जेलों में डाल दिये गए हैं. हम इन सभी राजनीतिक बंदियों की तत्काल बिना शर्त रिहाई की मांग करते हैं.

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मोदी सरकार के तानाशाही रवैये को धता बताते हुए भारत की जनता के अलग-अलग हिस्सों के लोग, मानवीय गरिमा के साथ जीवन जीने और जनवादी अधिकारों के संघर्ष में निरंतर लामबंद हो रहे हैं. हम इन सभी संघर्षों का समर्थन करते हैं और जनता की एकता और जनवादी चेतना व हस्तक्षेप के स्तर को ऊपर उठाने के लिए इन संघर्षों के इर्दगिर्द व्यापक एकजुटता के निर्माण की शपथ लेते हैं. एकजुट और जागरूक लोग कभी हराए नहीं जा सकते. फासीवादी खतरे को ध्वस्त करने और अपने सभी अधिकारों को हासिल करने के लिए जनता की एकता और पहलकदमी के साथ हम आगे बढ़ने का संकल्प लेते हैं.

एक ऐसे समय में जब भारत में बहुतेरी विपक्षी पार्टियां फासीवादी ताकतों के विरुद्ध डगमगा रही हैं, उनके सामने समर्पण कर रही हैं या उनसे हाथ मिला रही हैं, भाकपा(माले) उसी साहस और निरंतरता के साथ जनवादी प्रतिरोध के मोर्चे की अग्रिम पंक्ति में डटी हुई है जो हमारी क्रांतिकारी विरासत और पहचान की विशेषता रही है. हमें इस क्रांतिकारी कम्युनिस्ट विरासत पर गर्व है और हम पूरी ऊर्जा और कठोर प्रयास से, अपने संगठन की जीवंतता और शक्ति से इसे और मजबूत करने की शपथ लेते हैं.

इसके अलावा राज्य के भोजपुर, सीवान, गोपालगंज, जहानाबाद, अरवल, वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चम्परण, भागलपुर सहित सभी जिला कार्यालयों, प्रखंड कार्यालयों और ग्राम स्तरीय पार्टी ब्रांचों में भी श्रद्धांंजलि सभा हुई और संकल्प पत्र पढ़ा गया.

उत्तर प्रदेश में नए संकल्पों के साथ कामरेड चारु मजूमदार का शहादत दिवस मनाया गया. हर जगह केंद्रीय कमेटी द्वारा जारी संकल्प पत्र को पढ़ा गया और शपथ ली गई.

बनारस में पार्टी कार्यालय पर राज्य सचिव का. सुधाकर यादव की उपस्थिति में श्रद्धांंजलि सभा हुई. उपस्थित साथियों ने कामरेड चारु के जीवन संघर्षाे को याद करते हुए उनके कालजयी कथन ‘जनता की हित ही पार्टी का हित है’ पर आगे बढ़ते रहने और मोदी-योगी के फासीवाद के खिलाफ संघर्ष को तेज करने का संकल्प लिया. राज्य सचिव ने कहा कि आगामी 14 अगस्त तक हमारी पार्टी पूरे प्रदेश में योगी के गुंडाराज का विरोध करते हुए तमाम विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगी. उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि आज जब जनता महामारी के दौर में बेरोजगारी, भुखमरी, स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में जीने के लिए मजबूर है, तब मुख्यमंत्री अयोध्या में करोड़ों रुपये खर्च कर मंदिर के शिलान्यास की तैयारी में लगे हैं. कामरेड सुधाकर ने कहा कि आगामी 4 अगस्त को उत्तर प्रदेश की सभी वामपंथी पार्टियां प्रदेश की बदहाल स्थिति और उत्तर प्रदेश को अपराध का प्रदेश बना देने वाली योगी सरकार का संयुक्त रूप से विरोध करेंगी. श्रद्धांंजलि सभा में शहर प्रभारी कमलेश यादव, लेखक वीके सिंह, राज्य समिति सदस्य मिठाई लाल, आरडी सिंह, राजेन्द्र, निहार रंजन, नरेंद्र पांडेय, विभा वाही, कुसुम वर्मा आदि साथी शामिल हुए. जिले में ग्रामीण इलाके के चार अन्य केंद्रों पर भी शहादत दिवस मनाया गया.

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इलाहाबाद में कर्नलगंज स्थित जिला कार्यालय पर पार्टी का झंडारोहण कर कामरेड चारु मजूमदार की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके उनको श्रद्धांंजलि दी गई. कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाकपा(माले) जिला प्रभारी डा. कमल उसरी, सुनील मौर्य, अंतस, शिवानी, शैलेश पासवान, अनिरूद्ध शर्मा, प्रदीप ओबामा, शक्ति रजवार, विनोद, सुमित गौतम, पुनीत सेन सहित कई कार्यकर्ता शामिल रहे.

चंदौली में भाकपा(माले) जिला कार्यालय, मुगलसराय के अलावा चकिया ब्लाॅक के ताजपुर (गढ़वा), परसिया कला, शहाबगंज ब्लाॅक के बरांव, नियमताबाद ब्लाॅक के धपरी, चहनियां ब्लाॅक के सढ़ान पार्टी ब्रांचों में केंद्रीय कमेटी द्वारा भेजे गए शपथ पत्र का पाठ कर उसकी व्याख्या करते हुए ‘पार्टी को मजबूत करो, जनता के संघर्षों को आगे बढ़ाओ’ का संकल्प लिया गया. सीतापुर जिले में का. चारु को श्रद्धांंजलि अर्पित करते हुए पार्टी क्लास आयोजित किया गया, जिसमें पार्टी संविधान पर सघन चर्चा हुई.

लखनऊ में बीकेटी समेत तीन केंद्रों पर शहादत दिवस मनाते हुए संकल्प पत्र पढ़ा गया. देवरिया में भाटपार रानी में जिला सचिव श्रीराम कुशवाहा की उपस्थिति में श्रद्धांंजलि दी गई. बलिया में खेग्रामस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीराम चौधरी ने चारु मजूमदार के चित्र पर माल्यार्पण किया. उपस्थित साथियों के बीच संकल्प पत्र पढ़ा गया. गाजीपुर जिले में पांच केंद्रों पर श्रद्धांंजलि अर्पित कर संकल्प पत्र पढ़ा गया. इसके अलावा, आजमगढ़ में पांच केंद्रों पर, मऊ में दो जगहों पर, जालौन में तीन केंद्रों पर, गोरखपुर व महराजगंज जिले के कई केंद्रों पर, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र व फैजाबाद में शहादत दिवस मनाते हुए संकल्प पत्र पढ़ा गया. पीलीभीत जिले में शारदा नदी से हो रहे कटान से बचाव व मुआवजे को लेकर राहुल नगर बस्ती में चल रहे क्रमिक अनशन स्थल पर केंद्रीय कमेटी सदस्य कृष्णा अधिकारी की उपस्थिति में शहादत दिवस मनाकर संकल्प पत्र पढ़ा गया. लखीमपुर खीरी तथा मथुरा में भी शहादत दिवस मनाया गया.

राजस्थान के जयपुर, झुंझुनू, उदयपुर, चित्तौड़गढ़ आदि जिलों में कामरेड चारु मजूमदार का शहादत दिवस मनाया गया. पश्चिम बंगाल में कोलकाता, बर्धमान, हुगली, हावड़ा, 24 नार्थ परगना, 24 ईस्ट परगना, सिलीगुड़ी आदि जिलों में कामरेड चारु मजूमदार का शहादत दिवस मनाया गया. त्रिपुरा में भी कार्यक्रम मनाया गया.

झारखण्ड में मुख्य कार्यक्रम रांची स्थित पार्टी कार्यालय में हुआ. इसके अलावा जयनगर सरमाटांड, गिरिडीह, कोडरमा, हजारीबाग, रामगढ़, बगोदर, सरिया, देवघर आदि जगहों में कामरेड चारु मजूमदार का 48वां शहादत दिवस मनाया गया. असम के गुवाहाटी, कार्बी आंग्लांग, लखीमपुर, डिबरूगढ़, विश्वनाथ आदि जिलों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए.

महाराष्ट्र के मुंबई में पार्टी नेता श्याम गोहिल के नेतृत्व में और साथ ही, पालघर (महाराष्ट्र) में भी का. चारु मजुमदार का शहादत दिवस मनाया गया. पालघर में तालुका सचिव का. अशोक तांडेल, प्रकाश मोरे, रामदास लिलके, सुधाकर, रामू, प्रकाश धोधडे व अन्य साथी उपस्थित थे. गुजरात के अहमदाबाद में भी शहादत दिवस मनाया गया और केंद्रीय कमेटी के आह्नान पर संकल्प लेते हुए पार्टी को मजबूत व विस्तारित करने का शपथ लिया गया.

उड़ीसा के भुवनेश्वर में कामरेड नागभूषण पटनायक भवन में मुख्य कार्यक्रम हुआ. इसके अलावा रायगडा, गुनूपुर, पुरी आदि जिलों में भी जिला स्तर से ग्राम स्तर तक शहादत दिवस मनाया गया. इसके अलावा कर्नाटक, तमिलनाडु, पांडुचेरी, केरल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में भी कार्यक्रम आयोजित हुए.

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