गोपालगंज में घटित रूपनचक जनसंहार के मुख्य साजिशकर्ता जदयू के बाहुबली विधायक अमरेन्द्र पांडेय की विधानसभा सदस्यता अविलंब खारिज करने, उनको अविलंब गिरफ्तार करने, जनसंहार पीड़ितों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने व गांव में पुलिस कैंप की व्यवस्था करने की मांग पर 31 मई 2020 को भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने पूरे राज्य में विरोध दिवस का आयोजन किया.
पटना स्थित पार्टी राज्य कार्यालय में राज्य सचिव कुणाल, ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी, ऐपवा की राज्य अध्यक्ष सरोज चौबे, समकालीन लोकयुद्ध के सह संपादक प्रदीप झा आदि नेताओं ने धरना दिया और अपने गुस्से का इजहार किया. विधायक सत्यदेव राम ने सिवान, सुदामा प्रसाद ने आरा व महबूब आलम ने कटिहार में धरना दिया. चितकोहरा में पोलितब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा, ऐपवा की राज्य सचिव शशि यादव, अपने आवास पर केडी यादव, पटना जिला कार्यालय में पार्टी के पोलितब्यूरो सदस्य अमर, खेग्रामस नेता दिलीप सिंह आदि नेताओं ने धरना दिया.
इस मौके पर माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि विगत 28 मई को हमारी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल रूपनचक गया था और जनसंहार पीड़ितों से मुलाकात की थी. आज हमें पता चला है कि हमारी पार्टी के विधायक सत्यदेव राम, पूर्व विधायक अमरनाथ यादव सहित अन्य कई लोगों पर प्रशासन ने मुकदमा थोप दिया है. इसके पहले तेजस्वी यादव व अन्य राजद नेताओं पर भी मुकदमा थोपा गया था. यह लाॅकडाउन की ओट में लोकतंत्र का दमन है. हमें पता चला है कि हत्यारों के पक्ष में सामंती-अपराधियों ने सड़क जाम किया था. उन पर कोई मुकदमा नहीं हुआ, लेकिन जनसंहार पीड़ितों के आंसू पोंछने गए माले नेताओं पर मुकदमा थोप दिया गया है. सामंती-अपराधी जनसंहार रचाने से बाज नहीं आ रहे, लेकिन जो लोग उस घटना का विरोध कर रहे हैं, सरकार व प्रशासन उनलोगों पर मुकदमा थोप दे रही है. सरकार की यह कार्रवाई बेहद निंदनीय है.
चितकोहरा में पार्टी के पोलितब्यूरो सदस्य व खेग्रामस के महासचिव धीरेन्द्र झा ने बिहार में अपराध की बढ़ती घटनाओं पर घोर चिंता व्यक्त की और इस पर रोक लगाने की मांग की. उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के नाम पर दबंग व अपराधियों का मनोबल आज सर चढ़ कर बोल रहा है और वे लगातार हमलावर हैं. भाजपा-जदयू द्वारा सामंती-अपराधियों को लगातार संरक्षण दिया जा रहा है, यही वजह है कि इन ताकतों का मनोबल काफी बढ़ गया है. रूपनचक जनसंहार भाजपा-जदयू प्रायोजित जनसंहार है.
दीघा इलाके में नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन किया गया. इस कार्यक्रम में भाकपा(माले) के पटना नगर कार्यकारी सचिव जितेन्द्र कुमार, राम कल्याण सिंह, ओमप्रकाश पासवान, वशिष्ठ यादव, मीना देवी, अनुराधा देवी समेत अन्य लोगों ने भाग लिया.
इस राज्यव्यापी प्रतिवाद के तहत गोपालगंज जिला कार्यालय और प्रखंड कार्यालयों व अनेक गांवों में माले नेताओं ने प्रतिरोध किया. जिला कार्यालय पर जिला सचिव इंद्रजीत चौरसिया, अजातशत्रु, विद्या प्रसाद, रीना शर्मा, जोगिंदर शर्मा आदि नेताओं ने धरना दिया. माले जिला सचिव ने कहा कि जदयू के हथुआ विधायक व समाज कल्याण मंत्री आज तक पीड़ितों से मिलने तक नहीं गए हैं, जबकि सामंती-अपराधियों से उनकी गलबहियां है. भोरे प्रखंड मुख्यालय पर सुभाष पटेल, लालबहादुर सिंह, अर्जुन सिंह, राघव प्रसाद सिंह, धर्मेंद्र चौहान; विजयीपुर में प्रखंड सचिव राजेश यादव, जितन्द्र पासवान, श्री रामकुशवाहा; माझा में धर्म प्रसाद, जितेन्द्र यादव; बरौली में सुभाष सिंह, रामइकबाल प्रसाद; फुलवरिया में अखिलेश सिंह, सीमा देवी आदि नेताओं ने धरना दिया.
राजधानी पटना में इन्हीं सवालों पर कंकड़बाग में प्रदर्शन हुआ. जिसमें पार्टी की राज्य कमेटी के सदस्य रणविजय कुमार, पन्नालाल, अनुराधा देवी, अशोक कुमार आदि नेता शामिल हुए. दीघा में पार्टी के कार्यकारी पटना नगर सचिव जितेन्द्र कुमार, रामकल्याण सिंह, ओमप्रकाश पासवान, दिलीप कुमार, वशिष्ठ यादव, मीना देवी, अनुराधा देवी आदि नेताओं ने विरोध दिवस का आयोजन किया. लालू नगर में माले नेता जितेन्द्र कुमार, सत्येन्द्र शर्मा, उमा पासवान, उमेश प्रसाद, राज कुमार पासवान, पूनम देवी समेत अन्य लोगों ने हिस्सा लिया. मंदिरी में इनौस नेता विनय कुमार, माले नेता पुनीत कुमार, विजय यादव आदि ने विरोध दर्ज किया. दीघा में अनिता सिन्हा व प्रोअरविंद कुमार भी कार्यक्रम में शामिल हुए.
मुजफ्फरपुर में शहर से गांव-पंचायतों तक धरना-प्रदर्शन व मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया. माले जिला कार्यालय में आयोजित विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में जिला सचिव कृष्णमोहन, कार्यालय सचिव सकल ठाकुर, प्रो. अरविंद कुमार डे, मनोज यादव, राजकिशोर प्रसाद, मो. रिजवान, स्वाधीन दास, एडवोकेट रंजन कुमार पाल, अरविंद कुमार चौधरी व कृष्णा कुमार सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. इस दौरान माले सचिव कृष्णमोहन ने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान भी बिहार में जारी अपराध व हिंसा से आमलोग त्रस्त हैं और सत्ताधारी भाजपा-जदयू गठबंधन इन अपराधियों को संरक्षण दे रहा है.
मुशहरी, गायघाट, कुढ़नी, साहेबगंज, बोचहां, औराई, बंदरा सहित कई प्रखंडों के दर्जनों गांव-पंचायतों में भी धरना-प्रदर्शन व मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया. मुशहरी में प्रखंड सचिव शत्रुघ्न सहनी, गायघाट में प्रखंड सचिव जितेन्द्र यादव, कुढ़नी में प्रखंड प्रभारी होरिल राय, साहेबगंज में प्रखंड प्रभारी विश्वकर्मा शर्मा, औराई में इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष आफताब आलम, बंदरा में प्रखंड सचिव रामबली मेहता तथा बोचहां में प्रखंड सचिव रामबालक सहनी व खेत मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष रामनंदन पासवान के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं और मजदूर-किसानों व छात्र-नौजवानों ने भाग लिया. इंकलाबी नौजवान सभा के जिला अध्यक्ष विवेक कुमार, जिला सचिव राहुल कुमार सिंह, नागेन्द्र कुमार यादव, विकास रंजन, रामू कुमार, माले कार्यकर्ता उमेश भारती, वीरेन्द्र पासवान, मोकरीम, रामप्रीत पासवान, उत्तम कुमार निराला ने भी धरना-प्रदर्शन में भाग लिया.
दरभंगा के भाकपा(माले) जिला कार्यालय में धरना दिया गया जिसकी अध्यक्षता पार्टी नगर सचिव सदीक भारती ने की. इस धरने में माले जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, शिवन यादव, रानी शर्मा, प्रिंस राज, मोहम्मद जियाउल आदि शामिल थे. कामरेड बैद्यनाथ यादव ने कि बिहार में अपराध का ग्राफ बढ़ गया है. और, भाजपा जदयू सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है. इनके संरक्षण में गोपालगंज में अपराधियों की समानान्तर सरकार चल रही है. इसके खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी.
बहादुरपुर में अभिषेक कुमार व उमेश प्रसाद साह; सदर में अशोक पासवान, शनिचरी देवी, रसीदा खातुन व पप्पू पासवान; घनश्यामपुर में जीवछि देवी, नरेश राम, सुदामा देवी, सुदीप पासवान व फकीरा पासवान; तारडीह में फूलो सदा, सीता देवी, ठको सदा; बिरौल में मनोज यादव; शहर में भूषण मंडल, गुलाम अंसारी और इंसाफ मंच नेता नेयाज अहमद के नेतृत्व में धरना कार्यक्रम आयोजित किए गए. जयनगर में प्रखंड सचिव भूषण सिंह के नेतृत्व में धरना हुआ.
पटना ग्रामीण के फुलवारीशरीफ, मसौढ़ी, धनरूआ, बेलछी, फतुहा, नौबतपुर, पुनपुन, दुल्हिनबाजार, पालीगंज आदि प्रखंडों के सैंकड़ों गांवों में प्रतिवाद किया गया.
भागलपुर में स्थानीय यूनियन कार्यालय सहित दर्जनों जगहों पर भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी लगाकर, पोस्टर-प्लेकार्ड प्रदर्शित करते हुए सरकार के खिलाफ नारे बुलंद किए. अलग-अलग जगहों में किए गए प्रतिवाद में मुख्य रुप से पार्टी के राज्य कमेटी सदस्य एसके शर्मा, नगर प्रभारी मुकेश मुक्त, तिलका मांझी जोनल सचिव अमर कुमार, नगर कमेटी सदस्य उषा शर्मा, चंचल पंडित, सुमन सौरभ, दीपक कुमार, करण कुमार, प्रमोद ठाकुर, विजय रजक, ब्रांच सचिव राजेश कुमार दास, अशोक ठाकुर, कैलाश पंडित, संजू देवी, सुमा देवी, कल्पना देवी, लक्ष्मी देवी, उषा देवी, राजेश तांती, गणेश ठाकुर, आनंद कुमार, विनोद ठाकुर, डोमी यादव, उपेंद्र यादव, रुबी देवी, गुंजा चौधरी आदि शामिल हुए.
विरोध दिवस का नेतृत्व कर रहे का. एसके शर्मा व कामुकेश मुक्त ने कहा कि जनसंहार को अंजाम दिलवाने वाले बाहुबली सरगना को पार्टी से निकालने और उसकी विधान सभा सदस्यता रद्द करने के बजाय जद(यू)-भाजपा सरकार विरोध की आवाज को दबाने में मशगूल है.
भोजपुर में इन्हीें सवालों पर पार्टी की केंद्रीय कमिटी के सदस्य राजू यादव, राज्य कमिटी सदस्य व तरारी विधायक सुदामा प्रसाद, नगर सचिव दिलराज प्रीतम, जितेन्द्र सिंह, राजनाथ राम, गोपाल प्रसाद, सुरेश पासवान आदि नेताओं ने धरना दिया. कोईलवर के गांधी टोला, भोपतपुर, दुर्जनचक, मानिकपुर, जमलापुर आदि गांवों में प्रतिरोध दिवस मनाया गया.
कैमूर में पार्टी जिला कार्यालय सहित जिला के अन्य 15 जगहों पर भी धरना दिया गया. भभुआ स्थित जिला कार्यालय में कार्यालय सचिव मोरध्वज सिंह, शकुंतला देवी, अंकिता कुमारी, आंकक्षा कुमारी, धर्मवीर सिंह, सुदर्शन मौर्य, बजरंगी प्रसाद व सरोज देवी; रतवार में भाकपा(माले) के जिला सचिव विजय सिंह यादव व नयनतारा देवी; खनाव में जयप्रकाश निराला व हीरावती देवी; चैनपुर के इसिया में सिंहासन राम, पिंटू राम व उर्मिला देवी; भगवानपुर के साहपुर में लुटावन प्रसाद, सीता कुंवर, कुलवंता देवी व सुदामा प्रसाद; मोहनपुर में सियाराम व सतवंती देवी; संदलपुर में शिवमंदिर राम व श्रीनिवास राम, तेंदुआ में सन्मुख पासवान व सोहावन राम; परसुरामपुर में रामजी प्रसाद, सुनील कुमार, रमाशंकर राम व रामचेला प्रसाद; रतवार में रमेश यादव, राजेश कुमार यादव व लोकनाथ राम, खरिगावा में ब्रह्मा यादव, उपेन्द्र राम व राजकुमार प्रसाद ने धरना में भाग लिया.
मोतिहारी के बेलिसराय मुहल्ले में धरना दिया. इस धरने में पार्टी व ऐक्टू नेता विष्णुदेव प्रसाद यादव, भाग्यनारायण चौधरी, अच्युतानंद पटेल, राघव साह, जीतेन्द्र कुमार गुप्ता, अशोक कुशवाहा, नारायण साह आदि नेताओं ने भाग लिया. इन नेताओं ने कहा कि सत्ता के संरक्षण में जहां एक तरफ अपराधी खुलेआम हिंसक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, वहीं इसके खिलाफ आवाज उठाने और पीड़ित परिवार से मिलकर सांत्वना देने के जुर्म में भाकपा(माले) विधायक सत्यदेव राम और पार्टी नेता नईमुद्दीन समेत दर्जनों राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर गोपालगंज जिला प्रशासन द्वारा मुकदमा दर्ज कर दिया गया है.
पश्चिम चंपारण के तधवानंदपुर में सुनील कुमार राव, माले नेता व मुखिया महासंघ के अध्यक्ष नवीन कुमार व माले नेता सुरेंद्र चौधरी के नेतृत्व में धरना हुआ. इसके अलावा बेतिया, नरकटियागंज, बगहा, चनपटिया, बरिया, बगहीं रतनपुर में भी धरना कार्यक्रम हुआ. त्रिवेणीगंज के आइसा कार्यालय में का. विजय कुमार यादव की अध्यक्षता में धरना दिया गया जिसे भाकपा(माले) जिला सचिव जयनारायण यादव और आइसा नेता संतोष कुमार सियोटा ने संबोधित किया. इस कार्यक्रम में आइसा के डा. अमित कुमार, रघुनंदन मालाकार, सतीश मालाकार और अखिलेश कुमार आदि मौजूद थे.
सुपौल में भाकपा(माले) नेता अरविंद कुमार शर्मा व ऐपवा नेता चंदा कुमारी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया गया. मधुबनी के रहिका में का. मनीष मिश्रा के नेतृत्व में धरना हुआ. नवादा में का. सावित्री देवी, भोलाराम अर्जुन व वाल्मीकि राम तथा पछियांडीह में का. सुदामा देवी ने नेतृत्व किया. बेगूसराय के बलिया और नावकोठी में; समस्तीपुर के ताजपुर में फतेहपुर व शाहपुर बघौनी में; कटिहार के बारसोई व मनसाही में; रोहतास के गोडारी पार्टी प्रखंड कार्यालय में का. अरुण सिंह के नेतृत्व में; सारण जिले के अमनौर, पानापुर, इसुवापुर व एकमा में; पूर्णिया में पूर्णिया शहर व रुपौली में; सहरसा में पार्टी जिला सचिव ललन यादव, मनरेगा मजदूर सभा के नेता विक्की राम व रमेश शर्मा के नेतृत्व में; अरवल जिले के कलेर, करपी व कुर्था में धरना कार्यक्रम संपन्न हुआ. जहानाबाद में माले नेता रामबली सिंह यादव ने आज के कार्यक्रम का नेतृत्व किया गया, सिवान, वैशाली, औरंगाबाद, आदि जिलों में भी कार्यक्रम लागू हुए.
– कुमार परवेज