वर्ष - 29
अंक - 19
02-05-2020

नूरचक (पटना): दलित-मुस्लिम दोनों शिकार

पटना जिले के सिगोड़ी थाना में नूरचक नाम का गांव है. इस गांव में 100 भांट ब्राह्मण, 30 रविदास, 10 पासवान और 30 मुस्लिम समुदाय के घर हैं. इस गांव में दलित व मुसलमान लंबे समय से एक साथ रहते आए हैं. आज भी इनके बीच एकता कायम है. बीते 28 और 29 अप्रैल को भांट ब्राह्मणों के द्वारा उनके टोले पर कई बार हमला किया गया. इस हमले में कई लोग घायल हुए हैं. गांव में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. वे लोग यहां दंगा भड़काने की कोशिश में भी लगे हुए हैं. प्रशासन की भूमिका बेहद नकारात्मक है.

विवाद तब शुरू हुआ जब 28 अप्रैल को भांट जाति के 4-5 दबंग गांव में एक छोटी-सी दुकान चला रहे फेकू मियां की दुकान पर पहुंचे. फेकू मियां के बेटे परवेज आलम ने बताया कि उस समय उनकी बहन सोहरत खातून दुकान पर बैठी हुई थी. उन्होंने चाॅकलेट मांगा और खाने के बाद पैसा देना उचित नहीं समझा. पहले से भी उन लोगों का अच्छा-खासा पैसा बकाया हो गया था. सोहरत ने जब पैसा मांगा तो वे लोग उसके साथ बहस में उतर गए. छोटा भाई तबरेज आलम दौड़कर आया. बगल में ही पिता फेकू मियां भी थे. वे भी आए. दबंगों ने तब कहना शुरू किया कि मुसलमान लोग कोरोना फैलाने वाले हैं और फेकू मियां को पीटने की धमकी देने लगे. फेकू मियां की पत्नी ने जब इसका विरोध किया, तो उनके साथ भी अभ्रदता की गईवहां काफी कहा-सुनी होने लगी. दलित व अल्पसंख्यक समुदाय के लोग एकजुट होकर विरोध करने लगे. पल भर में ही पूरा भांट समुदाय एकजुट होकर दलितों व मुसलमानों के टोले पर चढ़ आया और लोगों की पिटाई शुरू कर दी. इसमें फेकू मियां को काफी चोट लग गई.

aipwa

 

थाने को सूचना दी गई लेकिन थाना उदासीन बना रहाजरखा पंचायत के वर्तमान मुखिया ने मामले को शांत करने की कोशिश की और कुछ देर के लिए ऐसा लगा भी कि मामला शांत हो गया है. लेकिन, दबंगों को पीछे हटना कहां गवारा था. थोड़ी ही देर बाद उन्होंने जलावन की लकड़ी लिए जा रहे रंजीत पासवान को बुरी तरह पीट दिया. उनके पेट में काफी चोट लगी.

29 अप्रैल को दबंगों ने एक बार फिर इस टोले पर हमला कर दिया. इस हमले में कम से कम 6 लोग घायल हो गए हैं. घायलों में फेकू मियां की पत्नी नूरजहां, बेटी सोहरत खातून (15 वर्ष), रमेश पासवान और उनकी पत्नी प्रतिमा देवी, मुन्ना मियां (पिता - कैश मियां) और अनुपा देवी (पति - देवी प्रसाद पासवान) शामिल हैं.

भाकपा(माले) नेता व खेग्रामस के राज्य सचिव गोपाल रविदास, राज्य कमिटी सदस्य अनवर हुसैन व सुधीर कुमार और स्थानीय नेता राजेश गुप्ता ने पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद कहा कि प्रशासन अगर उदासीन नहीं रहता और पिछले दिन ही एफआईआर दर्ज कर दबंगों की धर-पकड़ करता तो दोबारा हमले की यह घटना नहीं घटती. स्थानीय पुलिस थाना दलित-मुस्लिम समुदाय के आवेदन पर चुप है और दबंगों के बजाय माले नेताओं पर ही एफआईआर करने की धमकी दे रहा है. पार्टी के राज्य सचिव का. कुणाल व जिला सचिव का. अमर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है.

bhoj

वरोध दिवस पर धरना व उपवास

भोजपुर के कथराईं में दलित छात्रा के साथ यौन हिंसा के आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी, मामले के स्पीडी ट्रायल, पीड़ित छात्रा व उसके परिजनों की सुरक्षा की मांग के साथ 29 अप्रैल 2020 को भाकपा(माले), ऐपवा, आइसा, इनौस और इंसाफ मंच की ओर से राज्य भर में विरोध दिवस मनाते हुए धरना-उपवास के कार्यक्रम हुए. इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज मंजिल व राज्य सचिव सुधीर कुमार, इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष नेयाज अहमद, आइसा के पूर्व राज्य सचिव शिव प्रकाश रंजन, आइसा के राज्य सचिव सबीर कुमार आदि नेता इसमें शरीक हुए.

भोजुपर में आइसा जिला सचिव रंजन कुमार, अध्यक्ष पप्पू कुमार सहित ऐपवा व इंसाफ मंच के नेताओं ने विरोध दिवस मनाया. समस्तीपुर में आइसा जिला सचिव सुनील कुमार और आइसा नेत्री द्रख्शा जबीं के नेतृत्व में धरना दिया गया. दरभंगा में आइसा नेता प्रिंस राज ने पार्टी जिला कार्यालय और इनौस नेता गजेंद्र शर्मा ने अपने घर पर कई साथियों के साथ धरना दिया. इंसाफ मंच नेता नेयाज अहमद और इनौस नेता रंजीत राम ने अपने घरों में और ऐपवा नेत्री शनीचरी देवी, रशीदा खातून, रीता देवी व मधु सिन्हा ने दरभंगा सदर के पार्टी कार्यालय उपवास किया.

muj

 

girls

 

मुजफ्फरपुर में इनौस के जिलाध्यक्ष विवेक कुमार व सचिव राहुल कुमार सिंह, आइसा के विकास रंजन, रौशन कुमार, साक्षी श्री, अमृता, आदि ने धरना देकर दलित छात्रा के साथ बलात्कार तथा दिल्ली आइसा अध्यक्ष कंवलप्रीत कौर व अन्य छात्र नेताओं पर पुलिसिया कार्रवाई का विरोध किया. बेगूसराय में माले जिला कार्यालय में आइसा जिला सचिव अभिषेक आनंद व फहीम आलम, बरौनी में इनौस नेता मिबस्सिर अहमद, वीरपुर में आइसा नेता राजा बाबू और शंभू चौरसिया, खोदाबंदपुर में सोनू अकेला, नावकोठी में तनवीर आलम, बलिया में प्रशांत कश्यप और छतौना में आइसा व युवा ब्रिगेड नेताओं ने धरना दिया.

moti

 

पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में आइसा नेता नीतेश कुमार व छौड़ादानों में युवा नेता उपेन्द्र साहनी तथा प. चंपारण जिले के धोबनी (मैनाटाड़) और सिरिसिया (सिकटा) में अखिलेश कुमार, चंद्रशेखर कुशवाहा, गुड्डू मिश्रा आदि आइसा-इनौस नेताओं ने धरना दिया. नालंदा में ऐपवा नेत्री गिरिजा देवी, चिंता, मंती व लक्ष्मी और इनौस नेता रामदेव चौधरी व आइसा नेता जयंत आनंद की अगुआई में विरोध दिवस आयोजित हुआ. जहानाबाद व अरवल में भी आइसा-इनौस का विरोध प्रदर्शन हुआ.