रोहतक (हरियाणा) में अस्थमा की गंभीर बिमारी के ईलाज के लिए अपनी बेटी यहां पहुंचे का. राजकुमार प्रसाद (72 वर्ष) का 19 अप्रैल 2020 की सुबह निधन हो गया. बिहार में लखीसराय निवासी का. राजकुमार पुराने मुंगेर जिले में भाकपा(माले) के संस्थापक नेताओं में एक थे.
1981 के आरंभिक दिनों में जब पार्टी की ओर से एक क्रांतिकारी सांस्कृतिक संगठन बनाने हेतु लेखक-कलाकारों को संगठित करने का प्रयास शुरू हुआ तो का. राजकुमार ही इसकी धुरी बने. उनके ही संयोजकत्व में ‘नव जनवादी सांस्कृतिक मोर्चा, बिहार’ का गठन हुआ और उसका स्थापना सम्मेलन भी लखीसराय में ही आयोजित हुआ. इस यादगार सम्मेलन के अवसर पर पूरी रात चलनेवाले एक भव्य सांस्कृतिक समारोह भी आयोजित हुआ था जिसमें हजारों लोग उपस्थित थे.
पार्टी द्वारा संयुक्त मोर्चा बनाने के पहले प्रयास ‘बिहार राज्य जनवादी देशभक्त मोर्चा’ के निर्माण में भी वे शामिल और सक्रिय रहे. यह मोर्चा ही आगे चलकर बिहार में इंडियन पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) के निर्माण का आधार बना. उन्होंने जन संस्कृति मंच के निर्माण में भी सक्रिय भूमिका निभाई. वे लखीसराय व मुंगेर जिले में पार्टी निर्माण व संचालन में भी प्रमुखता से शामिल रहे.
घोर पारिवारिक व आर्थिक संकटों ने तथा अस्थमा की गंभीर बीमारी ने उन्हें आंदोलनकर्ता और सक्रिय संगठक की भूमिका से अलग कर दिया. लेकिन वे जीवनपर्यंत पार्टी से अभिन्न तौर पर जुड़े ही रहे.
स्वभाव से काफी विनम्र तथा संघर्ष भरा व सादगीपूर्ण जीवन जीनेवाले साथी राजकुमार की संघर्ष परंपरा हमें सदैव प्रेरित करती रहेगी.
- अनिल अंशुमन