वर्ष - 29
अंक - 12
14-03-2020

बिहार में आगामी 23 मार्च से 14 अप्रैल 2020 के बीच पूरे राज्य में जन एकता-जन अधिकार अभियान चलाया जाएगा. विगत 5-6 मार्च को महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य की मौजूदगी में संपन्न हुई भाकपा(माले) की बिहार राज्य कमेटी ने यह निर्णय लिया है. अभियान के दौरान नागरिकता के सवाल समेत जनता के अन्य ज्वलंत मुद्दों को पुरजोर तरीके से सामने लाया जाएगा. आगामी 23 मार्च को शहीदे आजम भगत सिंह के शहादत दिवस से शुरू होकर 14 अप्रैल को डा. अम्बेडकर जयंती तक चलनेवाले इस अभियान का समापन पार्टी के बिहार राज्य सम्मेलन के अवसर पर 18 अप्रैल को गया में आयोजित होनेवाली जन एकता-जन अधिकार सभा में होगा.

23 मार्च को ‘नए भारत के वास्ते, भगत सिंह-अम्बेडकर के रास्ते’ नारे के साथ सभी प्रखंड मुख्यालयों पर मार्च निकाला जाएगा. इसी रोज मुजफ्फरपुर में एक ‘युवा संवाद’ भी आयोजित किया जाएगा जिसे पार्टी महासचिव मुख्य वक्ता के बतौर संबोधित करेंगे. युवा संवाद में सिवान, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और दरभंगा के इंसाफ मंच और आइसा-इनौस के छात्र-युवा भाग लेंगे.

का. चंद्रशेखर के शहादत दिवस (31 मार्च) से डा. अम्बेडकर जयंती (14 अप्रैल) के बीच राज्य में तीन जन एकता-जन अधिकार यात्रायें निकाली जाएगी. पहली यात्रा सिवान से निकलेगी जो चंपारण, मुजफ्फरपुर व मिथिलांचल में सभाओं को संबोधित करेंगी. दूसरी यात्रा पूर्वी बिहार में निकलेगी. उपरोक्त दोनों यात्राएं 31 मार्च से 7 अप्रैल तक चलेंगी. तीसरी यात्रा पुराने मध्य बिहार में 8 से 14 अप्रैल तक चलेगी जिसका समापन आरा में होगा. महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य, ऐपवा राष्ट्रीय सचिव का. कविता कृष्णन आदि के अलावा राज्य के सभी जननेता इन यात्राओं का नेतृत्व करते हुए दर्जनों जनसभाओं को संबोधित करेंगे. इस अभियान के नारे हैं -

नागरिकता-जमीन-आरक्षण-रोजगार,
हमारी एकता – हमारा अधिकार!
गरीब मांगे जमीन-आवास, नीतीश बोले ये बकवास!
देश में बढ़ता बेरोजगार, मोदी-शाह बोले गोली मार!
मोदी-नीतीश की नापाक यारी,
इसे मिटाने की करो तैयारी!