सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रोन्नति में आरक्षण के सवाल पर दिए गए हालिया फैसले के खिलाफ सरकार से इस मामले में तत्काल अध्यादेश लाने की मांग पर 23 फरवरी को आहूत भारत बंद के समर्थन में भाकपा(माले) व आइसा के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और उन्होंने कई जगहों पर सड़क व रेल मार्ग को बाधित किया.
आरा में बंद का सर्वाधिक प्रभाव दिख रहा है. यहां माले विधायक सुदामा प्रसाद के नेतृत्व में आरा रेलवे स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन किया गया. आइसा व भीम आर्मी के समर्थकों के कई जत्थे सड़क पर उतरे और उन्होंने आरा रेलवे स्टेशन पर लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस के परिचालन को बाधित किया. आरा बस पड़ाव में भाकपा(माले) केंद्रीय कमिटी के सदस्य का. राजू यादव व नगर सचिव दिलराज प्रीतम तथा गड़हनी में पार्टी की केंद्रीय कमिटी के सदस्य मनोज मंजिल के नेतृत्व में चक्का जाम आयोजित हुआ.
बेगूसराय में भाकपा(माले) व आइसा कार्यकर्ताओं ने बलिया लखमिनिया चौक पर नेशनल हाइवे 31 पर जाम लगाया जिसकी वजह से परिचालन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया. का. इंद्रदेव राम, मो. सोहराब, प्रशांत कश्यप आदि भाकपा(माले) व आइसा नेता इसमें शामिल रहे.
दरभंगा में सुबह 8 बजे ही जयनगर-पटना कमला गंगा इंटरसिटी को लहेरियासराय स्टेशन पर रोक देने की वजह से उस रेलखंड पर यातायात पूरी तरह बाधित हुआ. बंद में शामिल लोग ‘पदोन्नति में आरक्षण को अध्यादेश ला पुनर्बहाल करो’, ‘आरक्षण में छेड़छाड़ नहीं सहेंगेष’, ‘एनआरसी-एनपीआर- सीएए को रद्द करो’ आदि नारा लगा रहे थे. रेल पटरी पर विनोद सिंह की अध्यक्षता में आयोजित सभा को का. अभिषेक कुमार, केशरी यादव, प्रिंस कुमार कर्ण, संदीप कुमार, रंजीत राम, गणेश महतो, त्रिभुवन लालदेव, अमर पासवान आदि ने संबोधित किया. भाकपा(माले) की कुम्हरौली-अहियारी एरिया कमिटि के नेतृत्व में भड़वारा-कमतौल सड़क को जाम कर धरना दिया गया जिसका नेतृत्व प्रखण्ड सचिव ललन पासवान व युवा नेता देवेन्द्र कुमार आदि ने किया. मुजफ्फरपुर में माले व इंसाफ मंच ने पक्की सराय चौक पर प्रदर्शन किया.
पूर्वी चंपारण के मानिकपुर चौक पर भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने रोड जाम किया. कटिहार में भी भारत बंद पूर्णतः सफल रहा. सिवान में बंद के दौरान प्रदर्शन निकाला गया. समस्त्तीपुुर में आइसा कार्यकर्ताओं ने सरकारी बस स्टैंड से जुलूस निकाला और बाजार क्षेत्र का भ्रमण करने के बाद ओवरब्रिज चौराहा पर सभा आयोजित की.