वर्ष - 29
अंक - 13
21-03-2020

बिहार राज्य एड्स नियंत्रण कर्मचारी संघ (ऐक्टू-ग़ोप गुट) ने एड्स कर्मियों के सवाल को विधान सभा में प्रमुखता से उठा कर संविदा एड्स कर्मियों की बहुत सारी मांगों को पूरा करवाने में उत्कृष्ट योगदान के लिये भाकपा(माले) विधायकों को सम्मानित किया.

विगत 16 मार्च 2020 को पटना के छज्जुबाग स्थित भाकपा(माले) विधायक दल कार्यालय में एड्स कर्मचारी संघ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में भाकपा(माले) विधायक दल नेता का. महबूब आलम, विधायक सत्यदेव राम, बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) के नेता कारामबली प्रसाद तथा एड्स कर्मचारी संघ अध्यक्ष रणविजय कुमार को एड्स कर्मचारी संघ के राज्य उपाध्यक्ष नवल किशोर साह, महासचिव विमल प्रकाश, सचिव फखरे आलम तथा नेताओं अशोक रंजन व अनिल कुमार ने शाल व वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया. मौके पर बिहार राज्य कार्यपालक सहायक संघ (गोप गुट) के प्रदेश अध्यक्ष आशीष कुमार भी मौजूद थे.

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विदित हो कि भाकपा(माले) विधायकों द्वारा एड्स कर्मियों के सवालों को विधान सभा के अंदर जोरदार तरीके से उठाने की वजह से उन्हें वर्ष 2010 से 2013 तक के अवधि के मानदेय मद की करीब ढाई करोड़ रु. की राशि का भुगतान सम्भव हो सका. राशि उपलब्ध रहने के बावजूद एड्स नियंत्राण समिति ने विगत 10 सालों से जानबूझकर इसे रोक रखा था. भाकपा(माले) विधायकों ने अशोक चौधरी उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसाओं को लागू करने व एड्स कर्मियों की वेतन विसंगतियों को दूर करने के सवाल को भी प्रमुखता से उठाया. उनके द्वारा सरकार व एड्स नियंत्रण समिति पर निर्णयकारी दवाब बनाने की वजह से ही इस दिशा में उल्लेखनीय व निर्णयकारी प्रगति हुई.

का. महबूब आलम ने ग्रीष्मकालीन विधान सत्र के पूर्व राज्य के सभी संविदा-मानदेय संघों, स्कीम वर्करों के संघो तथा सरकारी कर्मचारी संघों के नेताओं के साथ एक विशेष बैठक आयोजित करने की घोषणा कि ताकि मजदूरों व कर्मचारियों के सवालों को विधान सभा में और अधिक जोरदार ढंग से उठाया जा सके और उनके दीर्घ लंबित मांगों की पूर्ति करवाई जा सके. कर्मचारी संघ नेताओं ने कहा कि भाकपा(माले) ही मजदूरों, कर्मचारियों व मेहनतकश समुदायों के सवालो को प्रमुखता से उठाने वाला अगुआ राजनीतिक दल है.