समस्तीपुर जिलान्तर्गत ताजपुर प्रखंड के रहीमाबाद पंचायत में पुश्तैनी जमीन पर बसे दलितों की बस्ती में विगत 21 अगस्त को पुलिस-प्रशासन ने कहर बरपाया. ताजपुर के अंचलाधिकारी प्रकाश कुमार सिन्हा शाम के करीब 4 बजे वहां पुलिस बल के साथ पहुचे. उस समय बस्ती के अधिकांश पुरूष काम करने गये हुए थे. घरों में ज्यादातर महिलाएं ही थीं. उन्हें अपनी जमीन का कागज दिखाने के लिए कहा गया. महिलाओं ने जब कागज दिखाना शुरू किया तो वे उनके साथ गाली-गलौज करने लगे. उन्होंने अविलंब उन्हें जमीन खाली करने को कहा. महिलाओं ने जब इसका विरोध किया तो उन्होंने उनके साथ धक्का-मुक्की व बदतमीजी शुरू कर दी. उनको धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया और पुलिस वालों से लाठी लेकर खुद ही उन पर लाठियों व लातों से जबरदस्त प्रहार करने लगे. गणेश पासवान की पत्नी रधिया देवी (45 वर्ष) और नरेश पासवान की पत्नी सुनीता देवी (46 वर्ष) इस मारपीट से बेहोश हो गईं. यह देखकर स्थानीय लोग जमा हो गए और उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया. विरोध बढ़ता देख कर अंचलाधिकारी पुलिस बल, जेसीबी, ट्रेक्टर आदि लेकर भाग गये.
आक्रोशित लोगों ने एनएच-28 को जाम कर दिया. मौके पर पहुंचे भाकपा(माले) प्रखंड सचिव का. सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, ऐपवा नेत्री वंदना सिंह, इनौस नेता राम कुमार आदि ने इस हमले के खिलाफ प्रतिरोध मार्च निकाला जो बहादुरनगर से बाजार क्षेत्र का भ्रमण करते हुए अस्पताल चौक पहुंचा. वहां एक सभा आयोजित कर दलित महिलाओं को पीटने एवं गाली-गलौज करने वाले अंचलाधिकारी पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की. एसडीओ, एसपी और जिलाधिकारी को भी इस घटना की जानकारी दी गई है. दोनों ही घायल महिलाओं की स्थिति गंभीर है और स्थानीय रेफरल अस्पताल में उनका ईलाज हो रहा है. इस दौरान स्थानीय लोगों समेत सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता अस्पताल में जमे रहे.