21 जुलाई को नालंदा जिला स्तरीय कैडर कन्वेन्शन एकंगरसराय डाकबंगला (त्यागी भवन) में सम्पन्न हुआ. सम्मेलन का विषय प्रवेश करते हुए माले जिला सचिव का. सुरेन्द्र राम ने कहा कि लोकसभा चुनाव में फासीवादी भाजपा सरकार अंधराष्ट्रवाद और बहुसंख्यक समाज में सांप्रदायिकता फैलाकर दोबारा सत्ता में आने में सफल रही है. अतः हमें और भी आक्रामक तरीके से मोदी सरकार का विरोध करना होगा.
मुख्य वक्ता पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य का. अमर ने कहा कि सत्ता में वापसी के बाद भाजपा अपने एजेंडे को तेजी के साथ लागू कर रही है. देश में लोकतंत्र, संविधान, नागरिक अधिकार और बराबरी को बचाने का सवाल और भी प्रमुख बन गया है. इस फासीवादी चुनौती को स्वीकार करते हुए भाजपा व उसकी नीतियों के खिलाफ व्यापक प्रतिरोध खड़ा करने हेतु आगामी 30 जुलाई को कोलकाता में ‘एकजुट रहो, प्रतिरोध करो’ जन कन्वेंशन आयोजित है जिसे हमें शानदार तरीके से सफल करना है.
कन्वेंशन की अतिथि ऐपवा राज्य सचिव का. शशि यादव ने कहा कि देश में ‘जय श्री राम’ के नाम पर माॅब लिंचिंग को अंजाम दिया जा रहा है. झारखंड में तबरेज अंसारी के बाद बिहार के सारण में तीन युवकों की हत्या कर दी गई. दलितों, अल्पसंख्यकों व आदिवासियों की हकमारी व हत्या, महिलाओं-बच्चियों के साथ बलात्कार, बाढ़-अकाल जैसी आपदाओं से जूझते किसानों-मजदूरों को कोई राहत नहीं, मजदूरों के श्रम को भारी शोषण और देश के संसाधनों को कारपारेट के हाथ बेच डालना – यही भाजपा का ‘न्यू इंडिया’ है.
कन्वेंशन ने जद(यू) नेता गणेश रविदास की नगरनौसा थाना हाजत में मौत के दोषी पुलिसकर्मियों को कड़ी सजा देने, माॅब लिंचिग को रोकने हेतु कड़ा कानून बनाने और इसके दोषियों को सख्त सजा देने, सोनभद्र में मारे गए आदिवासियों के परिजनों को न्याय दिलानेे और 30 जुलाई को कलकत्ता में होने वाले ‘एकजुट रहो-प्रतिरोध करो’ जनकन्वेंशन को सफल बनाने के प्रस्ताव लिए गए.