निरसा-जुनकुदर-झारखंड जेनरल मजदूर युनियन के बैनर तले 8 जुलाई को 6-सूत्री मांगों के साथ बीसीसीएल एरिया-12 के लायकडीह कैम्प कार्यालय पर एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया.
बीसीसीएल एरिया-12 के प्रबंधक, कोलवाशरी प्रबंधक व सद्भाव आउटसोर्सिंग प्रबंधक की वादाखिलाफी के विरोध में मजदूर लम्बे समय से आंदोलनरत हैं. लेकिन, इन प्रबंधको ने असंगठित मजदूरों की मांगों की लगातार अनदेखी की है. बीसीसीएल एरिया-12 में 30 वर्षों से सैकड़ों डीसी टंक लोडर मजदूरों को टंक लोडिंग में रोजगार मिल रहा था। यह काम अब बंद हो गया है, मजदूरों का रोजगार छीन लिया गया. सद्भाव आउटसोर्सिंग आने के बाद कुछ मजदूरों को रोजगार मिला पर सीआईएल के हाई पावर सर्कूलर के तहत मजदूरों को न तो मजदूरी मिली और न बाकी सुविधाएं. अब तो सद्भाव कंपनी भी मजदूरों व कर्मचारियों के तमाम तरह के बकाया राशि भुगतान किए बगैर ही अपना बोरिया-बिस्तर समेट कर भागने की तैयारी में है. दहीबाड़ी कोलवाशरी में भी मजदूरों को वेतन व अन्य सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. कोलवाशरी में टंक लोडर मजदूरों में से 5 मजदूरों को काम देने का समझौता लागू नहीं किया गया. कोलवाशरी से निकलने वाले रसायन युक्त तरल पदार्थों के कारण बाउतीडीह आदिवासी गांव की फसली जमीन बर्बाद हो रही है. लेकिन कंपनी ग्रामीणों को कोई मुआवजा नहीं मिला है. बसंतीमाता कोलियरी में भुईयां धौडा व मुंडा धौडा गांव के 183 परिवार विस्थापित हो रहे हैं. उनमें से मात्र 39 परिवारों का ही पुनर्वास किया गया है. इन तमाम कंपनियों ने ग्रामीणों के जमीनों का अधिग्रहण कर उन्हें विस्थापित किया है. लेकिन, उनको उचित मुआवजा व नौकरी नहीं दिया है. एक पाॅच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने प्रबंधन को मांग पत्र देकर इन तमाम सवालों का समाधान मांगा है. प्रबंधन ने 11जुलाई को वार्ता करने समय दिया है.
धरने का संचालन युनियन नेता मनोरंजन मल्लिक ने किया. धरने पर माले नेता नागेन्द्र कुमार व सत्येन्द्र चौहान तथा राजू चौहान, मुन्ना चौहान आदि समेत सद्भाव कंपनी के व्यापक मजदूर इस धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल थे.