भाकपा(माले) के भूमिगत जीवन से घनिष्ठ सहयोद्धा रहे कामरेड ललित मोहन का 61 वर्ष की उम्र में गत 9 अप्रैल 2019 को निधन हो गया. वे हृदय व फेफड़े की बीमारी से पीड़ित थे और यद्यपि हाल में वे स्वस्थ होकर फिर से सक्रिय जीवन में लौट आए थे. पर अचानक उन्हें तेज कमजोरी महसूस होने लगी. उन्हें पटना एम्स के इमर्जेंसी में तुरंत भर्ती किया गया जहां उन्होंने अंतिम सांसें लीं.
1975 में ही का. ललित मोहन पार्टी से जुड़ गए थे. तब से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और जीवन पर्यंत पार्टी व जनता के प्रति समर्पित रहे. रेलवे में पार्टी कार्यों को संगठित करने में उनकी उल्लेखनीय भूमिका थी. उनके निधन से पार्टी व जनता ने अपना एक जिम्मेवार व हर सुख-दुख में खड़ा रहने वाला साथी खो दिया है. दुख की इस घड़ी में पूरी पार्टी शोक संतप्त परिवार के दुख में शामिल है.
उन्हें अंतिम विदाई दानापुर गंगा घाट पर दी गई. इस दौरान पार्टी के राज्य सचिव कुणाल, पोलितब्यूरो सदस्य का. अमर, केन्द्रीय कमेटी सदस्य का. अरुण सिंह , का. गोपाल रविदास के अलावा का. बी के शर्मा सहित अन्य साथी भी उपस्थित थे.