विगत एक माह से भाकपा(माले) ने पूरे गढ़वा जिले में ‘भाजपा भगाओ गरीब बचाओ-आरक्षण बचाओ संविधान बचाओ’ नारे के साथ जन अभियान संचालित किया था. इसके समापन के रूप में जन अधिकार सभा आयोजित की गई.
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) के केंद्रीय कमेटी सदस्य महबूब ऑलम ने कहा कि आज महसूस हो रहा है कि झारखंड बनने का सपना बेमानी हो गया है. पूरे मुल्क की खनिज संपदा में धनी झारखंड की जनता और खासकर आदिवासी जनता बदहाली व कंगाली का ऑलम झेलने के लिए मजबूर है. झारखंड की पहचान आज भी पलायन के कलंक से जुड़ी हुई है, जो काफी शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि रघुवर-मोदी की सरपरस्ती में पूरे झारखंड को अमीरों व कॉरपोरेट घरानों की लूट का अड्डा बना दिया गया है. भाजपा की रघुवर सरकार ने झारखंड की स्थानीय नीति को तहस-नहस किया है जिसके कारण झारखंडी नौजवानों के सामने नौकरी और रोजगार का संकट पैदा हुआ है और उन्हें पलायन करने को बाध्य किया जा रहा है. दलित आदिवासी पिछड़ी जातियों के मैट्रिक पास छात्र-छात्राओं को मिलने वाली छात्रावृत्ति को रघुवर सरकार ने बंद कर दिया है. रंका नगर अनुमंडल में किसानों की जमीन झारखंड की भाजपा सरकार लूटना चाहती है ताकि किसानों को मजदूर में तब्दील कर सस्ते दरों पर बड़े पूंजीपतियों को जमीन और मजदूर मुहैया कराया जा सके. मजदूरों को मजदूरी भी नसीब नहीं हो रही है - रसोईया, सहिया, जल सहिया, पारा शिक्षक जैसे तमाम मानदेयकर्मियों का गुलामों की तरह शोषण-दोहन किया जा रहा है.
सभा को भाकपा(माले) के जिला सचिव कालीचरण मेहता, राज्य कमेटी सदस्य रविंदर भुईयां, गढ़वा जिला कमेटी सदस्य अख्तर अंसारी, वीरेंद्र चौधरी, रामचंद्र उरांव, कामेश्वर विश्वकर्मा, पलामू जिला कमेटी सदस्य सरफराज ऑलम ने भी संबोधित किया. सभा की अध्यक्षता राज्य कमेटी सदस्य का. सुषमा मेहता ने की. सभा में निम्नलिखित राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया गया: