8 मार्च 2019 को भदासी (अरवल, बिहार) निवासी का. उदय राजवंशी उर्फ उदा जी (85 वर्ष) की मौत हो गई. वे का. शाह चांद के साथ पार्टी में शामिल हुए थे और अंतिम समय तक पार्टी के साथ मजबूती से जुटे रहे. 1970 के दशक से ही ऊदा जी उनके घर की देख-रेख करते थे.
का. शाह चांद जब घर के जिम्मेवार और पार्टी के नेता बने तो ऊदा जी बिल्कुल उनके परिवार के सदस्य बन गए. चांद साहब ही नहीं, उनका पूरा परिवार और रिश्तेदार भी उनके साथ परिवार के सदस्य की तरह व्यवहार करते थे. ऊदा जी को चांद साहब के जरिए पार्टी के बारे में गहराई से समझने का मौका मिला. उन्होंने पार्टी सदस्यता ग्रहण की. तब से आज तक वे नियमित पार्टी सदस्य बने रहे. वे भदासी पार्टी ब्रांच के सदस्य थे. पार्टी कार्यक्रमों को गांव में लागू करने, पार्टी की मीटिंगों में सदस्यों व जनता को बुलाने व उनको पार्टी की नीतियों को समझाने के मामले में उन्होंने का. शाह चांद से सीख हासिल की थी. वे गलत विचारों का हमेशा विरोध किया करते थे.
जब का. शाह चांद जेल चले गए और घर पर भारी संकट का दौर चल रहा था, उस समय भी का. ऊदा जी ने उनके परिवार के साथ उसी स्थिति में जीवन गुजारा, जिस स्थिति से उनका परिवार गुजर रहा था.