भाकपा(माले) की गढ़वा अनुमंडल कमेटी की ओर से भूमि लूट, एससी, एसटी एवं ओबीसी के आरक्षण को खत्म करने के खिलाफ एवं संविधान के रक्षा के लिए 12 फरवरी 2019 को अनुमंडल कार्यालय पर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया गया। इसके पूर्व नेताओं ने गोसाईबाग से लेकर अनुमंडल कार्यालय तक प्रतिवाद मार्च निकाला तथा गर्ल्स हाईस्कूल के समक्ष सभा की गई। सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा(माले) के जिला सचिव कालीचरण मेहता ने कहा कि आज देश की जनता पर चौतरफा हमला मोदी-रघुवर राज्य में किया जा रहा है। बेरोजगारी दर 6.1 प्रतिशत बढ़ गई है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। मजदूर तबका और तबाह है, श्रम का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश के स्कीम वर्करों के आन्दोलन को लाठी गोली से दबाया जा रहा है। विरोध की तमाम आवाजों को कुचला जा रहा है। वहीं कल्याणकारी योजनाएं लूट की भेंट चढ़ गई हैं। का. मेहता ने कहा कि रघुवर सरकार गरीबों से जमीन छीनकर भूमि बैंक में जमा कर कॉरपोरेट को दे रही है और मोटी रकम के बतौर कमीशन खा रही है। इसी का परिणाम है कि इनके मंत्री भी सवाल उठाने लगे हैं। उन्होंने लोगों से भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने की अपील की। कामेश्वर विश्वकर्मा ने कहा कि अनुमंडल में जो गरीब जिस जमीन पर काबिज है उन्हें रघुवर-मोदी की भाजपा सरकार उजाड़ने व जमीन हड़पने का अभियान चला रखा है। उन्होंने कहा कि सरकार वैसे सभी जमीनों को कॉरपोरेट जगत को दे रही है। सभा को गणेश बैठा, लालमुनि गुप्ता, महेंद्र सिंह, राजेन्द्र विश्वकर्मा, बिरझन भुईयां आदि ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम के अंत में नेताओं ने राज्यपाल के नाम 9-सूत्री मांगपत्रा एसडीओ को सौंपा गया। प्रतिवाद मार्च में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता रउफ हसन काजमी ने की।