भाकपा(माले) ने विगत 3 फरवरी 2019 को औरंगाबाद जिले के दाऊदनगर टाउन में ट्रेनिंग कॉलेज ग्राउंड पर काराकाट लोकसभा स्तर पर ‘भाजपा भगाओ-लोकतंत्र बचाओ’ रैली का आयोजन किया जिसमें दस हजार से ज्यादा लोग उपस्थित थे. रैली ग्राउंड पहुंचने से पहले भखरुआ मोड़ से सभा स्थल पर झंडा बैनर समेत लोगों ने डेढ़ हजार से ज्यादा मोटरसाइकिलों और ढाई सौ से ज्यादा गाडि़यों समेत विशाल मार्च निकाला जिसमें आस-पास के एक दर्जन से ज्यादा गांवों के लोग पैदल बैंड-बाजा के साथ उत्साहपूर्वक शामिल हुए थे. एकौनी गांव से सैकड़ों लोग पन्द्रह फीट ऊंचा लाल झंडा लेकर मार्च करते हुए आए. रैली में शामिल तमाम लोगों ने आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान काराकाट लोकसभा क्षेत्र से भाकपा(माले) के उम्मीदवार को जिताकर संसद भेजने का संकल्प लिया. ट्रेनिंग कॉलेज ग्राउंड पर हुई सभा की अध्यक्षता भाकपा(माले) की औरंगाबाद जिला कमेटी के सचिव का. मुनारिक राम ने की.
सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा(माले) केन्द्रीय कमेटी सदस्य का. मो. सलीम ने केन्द्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार और राज्य में सत्ता की बागडोर थामे नीतीश कुमार की भाजपा-जद(यू) सरकार की जनविरोधी नीतियों का भंडाफोड़ किया और साथ ही कुछेक राजनीतिक संगठनों के अवसरवादी ढंग से पाला-बदलने वाले चरित्र का भी खुलासा किया. काराकाट क्षेत्र से निवर्तमान सांसद भी इसी आयाराम-गयाराम की कोटि में आते हैं जिन्होंने एनडीए की डूबती नैया से पिंड छुड़ा लिया और अब भाजपा-विरोधी महागठबंधन में शामिल होने का प्रयास कर रहे हैं. उनके वक्तव्य पर जोरदार तालियां बजीं.
भाकपा(माले) की पॉलिट ब्यूरो सदस्य का. कविता कृष्णन ने कहा कि भाकपा(माले) जनता के सबसे गरीब और सबसे ज्यादा उत्पीडि़त हिस्से के पक्ष में लगातार खड़ी रही है और सबसे अविचल रूप से लोकतंत्र की रक्षा में तथा साम्प्रदायिक फासिस्ट शक्तियों के खिलाफ लड़ती रही है. इसलिये भाजपा को हराने और उसका प्रतिरोध करने के लिये किसी आयाराम-गयाराम, आज यहां कल वहां दिखने वाले राजनीतिक संगठन पर नहीं बल्कि भाकपा(माले) पर ही भरोसा किया जा सकता है.
का. कविता कृष्णन ने कहा कि इस देश के लोकतंत्र और देश की जनता पर मोदी सरकार के कार्यकाल में एक भारी संकट आ खड़ा हुआ है. रोजगार, देश की अर्थव्यवस्था, महिलाओं के अधिकार, शिक्षा के अधिकार और किसानों के मुद्दे पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है. सबसे बड़ा हमला देश के संविधान पर है. यह सरकार आरबीआइ, सीबीआई जैसी संवैधानिक संस्थाओं पर भी हमला कर रही हे. उन्होंने कहा कि संसद में वामपंथी विकल्प को भेजना बहुत जरूरी है और इस रैली का संदेश यही है कि वामपंथी राजनीति ही एक सशक्त विपक्ष की भूमिका निभा सकती है.
रैली में स्थानीय विधायक रह चुके भाकपा(माले) के पॉलिट ब्यूरो सदस्य कामरेड राजाराम सिंह का गर्मजोशी भरा अभिनंदन किया गया. जब उन्होंने इस क्षेत्र के तथा पूरे भारत के किसानों एवं कृषि-मजदूरों द्वारा किये जा रहे संघर्षों का उल्लेख करते हुए साम्प्रदायिक फासिस्ट मोदी शासन को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया तो तालियों की गड़गड़ाहट से उसे उपस्थित जनसमूह की स्वीकृति मिली. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को अंतरिम बजट के स्थान पर अनुदान पेश करना चाहिए था. अंतरिम बजट में देश के किसानों के साथ विश्वासघात किया गया है. अपने अंतिम समय में भी मोदी सरकार ने कॉरपोरेट जगत को मदद देने के जरिये अपना चेहरा उजागर कर दिया है. देश के युवाओं व बेरोजगारों को ठगा गया है. उन्होंने कहा कि बिहटा रेलवे लाइन, कदवन जलाशय परियोजना जैसे मामलों पर सरकार ने कुछ नहीं किया. सात निश्चय योजना भ्रष्टाचार के दलदल में फंसा हुआ है. यह रैली निर्णायक रूप से यह संदेश दे रही है कि काराकाट हमारा है और हर हालत में हमें भाजपा को हराना है.
इंकलाबी नौजवान सभा के नेता एवं केन्द्रीय कमेटी सदस्य का. मनोज मंजिल ने रोजगार के अधिकार की मांग पर तथा 13-पॉइंट रोस्टर के खिलाफ बिहार और भारत के नौजवानों के संघर्षों की, तथा दलित आंदोलन के बारे में चर्चा की और कहा कि ये संघर्ष मोदी सरकार और संघ परिवार के खिलाफ आगे बढ़-चढ़कर टक्कर ले रहे हैं. सभा को भाकपा(माले) के केन्द्रीय कमेटी सदस्य एवं काराकाट क्षेत्र से पार्टी के पूर्व विधायक का. अरुण सिंह, वरिष्ठ भाकपा(माले) नेता का. केडी यादव और इंसाफ मंच के नेता अनवर हुसैन ने भी सम्बोधित किया. रैली में भाकपा(माले) की बिहार राज्य कमेटी के सचिव का. कुणाल एवं पॉलिट ब्यूरो सदस्य का. अमर भी उपस्थित थे.
भाकपा(माले) द्वारा आयोजित भाजपा भगाओ, लोकतंत्र बचाओ रैली में काराकाट लोकसभा क्षेत्र के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों से काफी संख्या में नेता, कार्यकर्ता व जनता विभिन्न साधनों से रैली मैदान पहुंचे थे. रोहतास जिले के नोखा, डिहरी और काराकाट और आरैरंगाबाद जिले के नवीनगर, गोह व ओबरा से ऑटो, ट्रैक्टर व अन्य वाहनों में चलकर पहुंचे हजारों लोगों का आवागमन सुबह से ही जारी था. अपने-अपने हाथों में झंडा व बैनर लिये कार्यकर्ताओं का हुजूम आयोजन स्थल की ओर उमड़ता दीख रहा था. आयोजन स्थल पर भी वाहनों की कतार लग गई थी.
रैली मंच पर भाकपा(माले) के पूर्व जिला सचिव जनार्दन प्रसाद सिंह, खेग्रामस जिला सचिव राजकुमार भगत, व चंद्रमा पासवान, नगर सचिव बिरजू चौधरी, कैसर नेहाल (नोखा) तथा सपा के जिला अध्यक्ष तुलसी यादव व प्रखंड अध्यक्ष मुन्ना यादव समेत कई नेता मौजूद थे. पिछले माह भर से चल रही रैली तैयारी के दौरान काराकाट क्षेत्र के सैकड़ों गांवों में बैठकें व सभायें आयोजित की गई थीं.
- जनार्दन प्रसाद सिंह