आरएसएस: देश तोड़ने और लूटने वाले सब उनके अपने हैं

- इन्द्रेश मैखुरी

आरएसएस का दावा है कि वह एक राष्ट्रवादी सांस्कृतिक संगठन है. उसकी राजनीतिक पार्टी होने के कारण भाजपा भी राष्ट्रवादी होने का दम भरती है. 2014 में सत्ता में आने के बाद तो आरएसएस-भाजपा, राष्ट्रवाद का सर्टिफिकेट देने वाली स्वयंभू एजेंसी हो गयी हैं. वे जिसको चाहे राष्ट्रवादी घोषित कर दें और जिसको मर्जी उसे राष्ट्रविरोधी यानि एंटी नेशनल घोषित कर दें!

हिंदू राष्ट्र को समझना और उसे खारिज करना

– आकाश भट्टाचार्य

[एनसीईआरटी सिलेबस में बदलाव पर टिप्पणी]

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधन और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने इतिहास पाठ्यपुस्तक के ‘थीम्स ऑफ इंडियन हिस्ट्री - पार्ट 2’ से ‘किंग्स एंड क्रोनिकल्स : मुगल दरबार (16वीं और 17वीं शताब्दी)’ वाले अध्याय को हटा दिया है. यह बदलाव काफी दुखद है क्योंकि मुगल प्रशासकीय एकीकरण ने भारत के भौगोलिक और सांस्कृतिक नक्शा – जैसा कि आज हमारे सामने है – को शक्ल देने में मुख्य भूमिका निभाई थी.

कार्यवाही नहीं तो क्या इनको बेटी बचाओ अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाएंगे मोदी जी?

देश के लिए कॉमनवैल्थ से लेकर ओलंपिक खेलों तक में मेडल लाने वाले पहलवान, दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हुए हैं. बेटी बचाओ का नारा देने वाली भाजपा की केंद्र सरकार, उन बेटियों के साथ खड़े होने को तैयार नहीं है, जिन्हें ओलंपिक से लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने घर बुलाकर, ‘अपने परिवार की’ बेटी करार दिया था.

उत्तरी कोयल नहर में गाद की सफाई के लिए किसानों का जुझारू आंदोलन

1970 में, यानी जब बिहार और झारखंड एक था, डाल्टेनगंज (तत्कालीन पलमू) जिले में उत्तरी कोयल नदी पर कूटकू डैम (मंडल डैम) का निर्माण हुआ था. सरकार की योजना थी कि नहर के जरिए मुंगेर जिला तक पानी पहुंचाया जायेगा. नहर की खुदाई का काम 1985 तक पूरा कर लिया जायेगा.

उत्तराखंड में सांप्रदायिक नफरत की जड़ें गहरी करने की कोशिशें

पूरे देश में जो मौजूदा निजाम है, सांप्रदायिक विभाजन और घृणा उसका एक अनिवार्य तत्व है. निरंतर ऐसे प्रयास किए जाते हैं, जिससे सांप्रदायिक घृणा का फैलाव निरंतर होता रहे. उसका स्थायी राग है कि बहुसंख्यक खतरे में हैं! कोई पलट कर पूछे तो कि देश और अधिकांश प्रदेशों में भी तुम, बहुसंख्यक धर्म के स्वयंभू ठेकेदार सत्ता में हो तो उसके बावजूद उस धर्म पर यह तथाकथित खतरा क्यूं मंडरा रहा है? तुम्हारे सत्ता में रहने से यदि उस धर्म पर खतरा बढ़ रहा है, जिसके तुम स्वयंभू ठेकेदार हो तो इस खतरे से उबरने का उपाय तो तुम्हारी सत्ता से बेदखली ही है!

आकांक्षा दुबे के बहाने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री पर कुछ सवाल

- कुमुदिनी पति

वाराणसी के चर्चित आकांक्षा दुबे कांड में नामजद आरोपी समर सिंह को गिरफ्तार करने में उत्तर प्रदेश पुलिस को दो हफ्ते का समय लग गया जबकि वाराणसी प्रधानमंत्री का अपना चुनाव क्षेत्रा है. इसी बीच अफवाहों का बाजार गर्म होता रहा और सोशल मीडिया पर तमाम सनसनीखेज वीडियो साझा किये जाते रहे जिनमें से कई तो खौफनाक थे.

कनार्टक: आरक्षण में भी विभाजनकारी राजनीति

– क्लिफ्टन डी रोजारियो

बासवाराज बोम्मई के नेतृत्व वाली कर्नाटक की भाजपा सरकार मंत्रिमंडल की पिछली बैठक भी साम्प्रदायिक और जातिवादी रास्ते पर आगे बढ़ी. यह कर्नाटक सरकार की पहचान बन गयी है.

कानूनी नुक्ता तो पूरा हुआ, पर क्या न्याय हुआ, मी लाॅर्ड ?

बीते दिनों उच्चतम न्यायालय ने दो पुनर्विचार याचिकाओं और कुछ हस्तक्षेप प्रार्थना पत्रों को खारिज कर दिया. उक्त पुनर्विचार याचिकाएं, उच्चतम न्यायालय के 7 नवंबर 2022 के फैसले पर पुनर्विचार हेतु लगाई गयी थी.

गुजरात जनसंहार: सच का हौवा पीछा करता रहेगा

17 जनवरी के दिन बीबीसी ने दो खंडों के डाक्युमेंटरी ‘इंडिया: द मोदी क्योश्चन’ का पहला एपिसोड प्रसारित किया. इस डाक्युमेंट्री में गोधरा ट्रेन अगलगी के ठीक बाद गुजरात में हुए भयावह जनसंहार के समय वहां के तत्कालीन मुख्यमंत्री के बतौर मोदी की भूमिका को मुख्य विषयवस्तु बनाया गया है. इस फिल्म को भारत में प्रसारित नहीं करने दिया गया, और मोदी सरकार ने पफौरन ही ट्वीटर को इस वीडियो से जुड़े सभी ट्वीट और लिंक को हटाने का निर्देश दिया और यूट्यूब से कहा कि वह इस वीडियो अथवा इसके क्लिप्स को अपलोड न करे.