पिछले शनिवार को, जब पूरी दुनिया की मीडिया पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या की कोशिश की सुर्खियों से भरी थी और चिल्ला-चिल्ला कर एलान कर रही थी कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है, ठीक उसी दिन इजरायल ने अमेरिका निर्मित 500 पौंड के बमों से सेंट्रल गाजा के नागरिकों के लिए सुरक्षित घोषित अल-मवासी इलाके पर हवाई हमले किए, जिसमें 100 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए और कम से कम 300 घायल हो गए. पर इजरायल द्वारा अकल्पनीय बर्बर उपनिवेशवादी नरसंहारी हिंसा को आत्मरक्षा के नाम पर जायज ठहराया जा रहा है.