मोदी सरकार की तानाशाही, उसकी जनविरोधी-मजदूर विरोधी नीतियों, चार लेबर कोड, सामाजिक सुरक्षा पर हमला, न्यूनतम मजदूरी की लूट, महंगाई, निजीकरण और दमनकारी तीन नए क्रिमिनल कोड आदि के खिलाफ और संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए 15 दिवसीय देशव्यापी मजदूर प्रतिरोध अभियान की शुरुआत करते हुए 25 जुलाई को ऐक्टू ने भागलपुर के तिलकामांझी चौक पर विरोध प्रदर्शन किया. मौके पर निर्माण व अन्य असंगठित मजदूरों ने झंडा-बैनर के साथ अपनी मांगों के समर्थन और मोदी सरकार के विरोध में जोरदार नारे बुलंद किए और आक्रोश जताते हुए प्रधानमंत्री का पुतला भी फूंका.