वर्ष - 33
अंक - 31
27-07-2024

योगी राज में उत्तर प्रदेश में महिला हिंसा की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ ऐपवा ने लखनऊ में परिवर्तन चैक पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों द्वारा विधानसभा की ओर मार्च करने पर थोड़ी दूर आगे बढ़ने के बाद प्रशासन ने भारी पुलिस बल लगाकर केडी सिंह बाबू स्टेडियम के पास रोक दिया. बीच सड़क पर आक्रोशपूर्ण नारेबाजी व जद्दोजहद के साथ पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारी को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया गया.

इसके पहले, परिवर्तन चौक पर बेगम हजरत महल पार्क के सामने हुई सभा में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए ऐपवा की प्रदेश अध्यक्ष कामरेड कृष्णा अधिकारी ने कहा कि मोदी-योगी की सरकार सोच व व्यवहार से महिला व दलित विरोधी है. ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ की बात करने वाली सरकार बलात्कारियों व अपराधियों का संरक्षण कर रही है. मणिपुर, कश्मीर से लेकर पूरे देश में एक से बढ़कर एक घटनाएं हो रही हैं. प्रधानमंत्री मोदी मौन हैं. यूपी में कई जगहों पर हाथरस व उन्नाव जैसी वीभत्स घटनायें र्हुइं और योगी की पुलिस अपराधियों के साथ खड़ी है. अभी रायबरेली के चुरुआ गांव में घटित घटना में पुलिस सह अभियुक्त की भूमिका में शामिल रही. उत्तराखंड निवासी और प्रेम विवाह करने महिला की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई. कारणों का पता लगाने के लिए सही तरीके से पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया. पुलिस ने अभियुक्तों के साथ मिलीभगत कर मृतका की लाश को डीजल-पेट्रोल डालकर रात के अंधेरे में जला दिया और सबूतों को नष्ट कर दिया. भाकपा(माले) व ऐपवा के प्रतिवाद व उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग पर कोतवाल व चौकी प्रभारी को सिर्फ लाइन हाजिर किया गया है. मामले को रफा-दफा करने की प्रशासन की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि आधी आबादी व दलितों-गरीबों के आक्रोश ने भाजपा को लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त दी है. आगामी विधानसभा चुनाव में यही जनता भाजपा का सफाया कर देगी.

ऐपवा की राज्य सह सचिव मीना ने अपने संबोधन में कहा कि संघ व भाजपा वैचारिक रूप से पितृसत्ता के पोषक व दलित, महिला, अल्पसंख्यक-विरोधी हैं. इसीलिए यह भाजपा के दमन के निशाने पर हैं. उन्होंने कहा कि योगी प्रशासन महिला उत्पीड़न के मामलों में हर जगह अपराधियों का खुलकर बचाव कर रहा है. कांवड़ यात्रा के मार्ग में दुकानदारों को अपने नाम व जाति का बोर्ड लगाने का फरमान जारी करके न केवल यह नफरत को बढ़ावा दे रही है, अपितु यह दलितों व गरीबों का रोजगार खत्म करने की साज़िश है. अच्छा हुआ सुप्रीम कोर्ट ने इस अवैध फरमान पर रोक लगा दी. ऐपवा की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कमला गौतम ने कहा कि योगी का बुल्डोजर गरीबों की इज्जत व रोजी-रोटी छीन रहा है. उन्होंने कहा कि लखनऊ में अकबरनगर सहित तमाम जगहों पर जो बुल्डोजर चलाया वहां सबसे ज्यादा गरीब ही बसे हैं. महिला हिंसा की सर्वाधिक घटनाएं दलितों-गरीबों के साथ ही होती हैं. सभा को एक्टू के प्रदेश अध्यक्ष विजय विद्रोही, लखनऊ पार्टी प्रभारी रमेश सिंह सेंगर, आइसा नेता यास्मीन, ऐपवा राज्य पार्षद माला सिंह, इंनौस के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव गुप्ता ने संबोधित किया. प्रदर्शन में लखनऊ, रायबरेली, चंदौली और लखीमपुर खीरी से आई महिलाओं ने हिस्सा लिया.

प्रदर्शन व ज्ञापन के माध्यम से ये मांगें की गईं 

  1. रायबरेली में 11 जुलाई 2024 को थाना बछरावां, गांव चुरूवा में उत्तराखंड की विवाहित गैंगरेप-हत्या की शिकार व पुलिस द्वारा जबरन जला दी गई चांदनी के मामले की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच हो. रायबरेली जिले में ही 5 मई 2024 को थाना बछरावां गांव अमावा की नाबालिग लड़की का अपहरण कर गैंगरेप करके लाश को तालाब किनारे फेंक दिया गया. पुलिस ने बगैर एफआईआर दर्ज किए बिना लाश को जलवा दिया. इस घटना की भी न्यायिक जांच हो.

  2. चंदौली में थाना अलीनगर, ग्राम आलमपुर की नाबालिग लड़की ज्योति कुमारी की 10 जुलाई 2024 की शाम कोचिंग में पढ़ाकर घर लौटते समय अपहरण कर गैंगरेप किया गया. लड़की ने घटना के अभियुक्तों की नामजद सूचना अलीनगर थाने को दी. फिर भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की और उसे तीन दिन तक थाने में रखा. मेडिकल टेस्ट भी नहीं कराया. भाकपा(माले) व अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं के दबाव पर अभी तक एनसीआर दर्ज किया है. पुलिस ने लड़की का मेडिकल चेकअप न कराकर सबूत मिटाने का काम किया. अभियुक्त खुलेआम लड़की व घरवालों को धमकी दे रहे हैं. घटना की उचित एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की.

  3. मिर्जापुर में थाना संतनगर, गांव पटेहरा कला की कुलपति कोल की गैंगरेप कर हत्या कर दी गई. 10 अप्रैल 2024 को पटेहरा बाजार में उनकी लाश मिली. पुलिस घटना को दुर्घटना दिखाकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश में है. इसकी रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई हो. मिर्जापुर जिले में ही राजगढ़ थाना क्षेत्र की रैकरा गांव निवासी श्याम कोल की 19 मई 2024 को गांव के हनुमान मंदिर के पास लाश मिली. दो महीने बीत गए, पुलिस ने इसकी एफआईआर तक दर्ज नहीं की है, हत्यारों को गिरफ्तारी की बात तो दूर है. घटना को आत्महत्या बताने की जुगत कर रही है. इसकी भी रिपोर्ट दर्ज हो और हत्यारे गिरफ्तार किए जाएं.

  4. गोरखपुर जिले में 16 जुलाई 2024 की रात्रि को गीडा क्षेत्र में एकला बंधे के पास पंजाब के मानसा जिले की दो आर्केस्ट्रा नर्तकियों के साथ पांच अपराधियों ने गैंगरेप किया. घटना में सभी अपराधियों की गिरफ्तारी हो, कठोर दंड मिले और पीड़िताओं को पूरा न्याय दिलाया जाए.

  5. मऊ जिले के सरायलखंसी थाना क्षेत्र के बढुआ गोदाम फोरलेन पर 29 जून 2024 को तीन महिलाओं के साथ टाटा सफारी सवार दबंगों द्वारा छेड़छाड़ की गई. विरोध करने पर उन्हें गाड़ी से कुचल दिया. दो महिलाओं की मौत हो गई. पुलिस इस घटना को दुर्घटना करार देकर रिपोर्ट दर्ज करके अभियुक्तों का बचाव कर रही है. इसमें हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने की मांग की गई.

  6. वाराणसी जिले में शिवपुर थानांतर्गत दानियाल पुर गांव निवासी नाबालिग लड़की खुशी पाल का अपहरण हो गया. अभी तक बरामद नहीं हुई. लड़की की बरामदगी की मांग की गई.

  7. घोरावल थाना क्षेत्र के बीरकला गांव में रमेश (पुत्र कल्लू) से ब्याही प्रियंका (25 वर्ष) की हत्या 10/11 जून 2024 की रात्रि हुई हत्या के अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग की गई.