विगत 4 जून 2023 को दर्जनों भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने आरा रेलवे स्टेशन परिसर में जमा होकर बालासोर (उड़ीसा) रेल दुर्घटना के मृतकों को दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी और उनकी याद में मोमबत्ती जलायी.
कार्यक्रम में उड़ीसा रेल दुर्घटना के जिम्मेदार रेल मंत्री से इस्तीफा देने की मांग करते हुए सभी मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रुपए मुआवजा देने, सभी घायलों को सरकारी खर्चे पर मुफ्त इलाज करने तथा रेलवे का निजीकरण बंद करने की मांग की गई.
कार्यक्रम में भाकपा(माले) राज्य कमेटी सदस्य व तरारी के विधायक सुदामा प्रसाद, इंसाफ मंच के राज्य सचिव क्यामुद्दीन अंसारी, आइसा राज्य सचिव शब्बीर कुमार, आरवइए के राज्य सचिव शिवप्रकाश रंजन, ऐपवा नगर सचिव शोभा मंडल, ऐक्टू नेता गोपाल प्रसाद, आइलाज नेता एड. अमित कुमार बंटी तथा निरंजन केशरी, पप्पू कुमार राम, सुधीर यादव, सुशील यादव, विकास कुमार, कमलेश यादव, चंदन कुमार, कृष्ण रंजन गुप्ता, खुर्शीद आलम आदि समेत कई नेता-कार्यकर्ता शामिल थे.
5 जून 2023 को रांची के अल्बर्ट एक्का चौक पर विभिन्न संगठनो ने बालासोर रेल दुर्घटना में मारे गए यात्रियों और मजदूरों को याद किया. ऐक्टू, भाकपा(माले), बगाईच, इंसाफ मंच और आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में जुट कर और अपने हाथों में कैंडल जलाकर मृतकों को एक मिनट की मौन श्रृद्धांजलि अर्पित की.
श्रृद्धांजलि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनाधिकार महासभा के फादर टोनी, भाकपा(माले) राज्य कमिटी के सदस्य भुवनेश्वर केवट और इंसाफ मंच के नदीम खान ने कहा कि यह रेल हादसा केंद्र सरकार की कारपोरेट परस्त नीतियों की देन है. रेल मंत्री को इसकी नैतिक जिम्मेदारी कबूलते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
मौके पर फादर टाॅम, झारखंड आंदोलनकारी पुष्कर महतो, भाकपा(माले) नेता विनोद लहरी, सुदामा खलखो, जगरनाथ उरांव, सोहेल अंसारी, तारामणि साहू, मजदुर नेता भीम साहू, नौरीन अख्तर, दिव्या भगत, शोएब अख्तर, लीना, सुगिया, गौरी, माया कुमारी आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे.