वर्ष - 31
अंक - 40
01-10-2022

फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे (एफएएनपीएसआर) एलाइंस नेशनल मूवमेंट पफॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एएनएमओपीएस) जबलपुर में अपने लिए गए निर्णय के अनुसार रेलवे के विभिन्न जोनल, डिवीजन, ब्रांच स्तर पर लगातार एनपीएस व निजीकरण के खिलाफ पैम्फलेट, पर्चा, पोस्टर,ऑडियो-वीडियो प्रचार सामग्री के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाते हुए जनकन्वेंशन कर रहा है.

 4 जुलाई 2022 को वेस्ट सेंट्रल रेलवे, जबलपुर, (मध्यप्रदेश), 20 अगस्त को ईस्ट सेंट्रल रेलवे, पटना (बिहार), 24 अगस्त को आर सी एफ, कपूरथला (पंजाब), 28 अगस्त को नार्थ सेंट्रल रेलवे, आगरा (उत्तर प्रदेश), 4 सितंबर को नार्दन रेलवे, तुगलकाबाद (नई दिल्ली), 25 सितंबर को ईस्ट सेंट्रल रेलवे, बरकाकाना (झारखंड), 26 सितंबर को साउथ ईस्ट रेलवे, रांची (झारखंड), 27 सितंबर ईस्ट कोस्ट रेलवे, भुबनेश्वर (उडीसा) तथा शहीदे आजम भगत सिंह के जन्मदिन पर 28 सितंबर ईस्टर्न रेलवे आसनसोल (पश्चिम बंगाल) में जनकन्वेंशन किया गया है.

विदित हो कि 1जनवरी 2004 से रेलवे सहित सरकारी सेवा भर्ती कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना समाप्त करके शेयर मार्केट आधारित नेशनल पेंशन स्कीम को लागू कर दिया गया है, तमाम अध्ययन और 2004 के बाद भर्ती एनपीएस कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति के बाद मिल रहे पेंशन से यह बात साबित हो चुकी है कि एनपीएस कर्मचारियों के लिए किसी भी रूप में फायदेमंद नही है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि पेंशन कर्मचारियों का हक है और उसे मिलना चाहिए. सेवानिवृत्त कर्मचारियों की गरिमा कायम रखने के लिए पेंशन जरूरी है. पेंशन कोई एहसान नहीं है बल्कि कर्मचारी का हक है.

पुरानी पेंशन योजना बहाली के लिए चल रहे आंदोलन की वजहों से ही राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड की राज्य सरकारों ने पुनः पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया है. हमारे माननीय विधायक/संसद/मंत्री पुरानी पेंशन योजना ले रहे हैं और कर्मचारी जो अपने जीवन का महत्वपूर्ण समय सरकारी सेवा में देता है उसके सेवानिवृत्ति के बाद शेयर मार्केट आधारित एनपीएस क्यों?

जबलपुर में रायसाहब यादव, सुरेंद्र नाथ विश्वकर्मा, पुष्पेन्द्र त्रिपाठी, पटना में मृत्युंजय कुमार, संतोष कुमार, प्रेमचंद सिन्हा, जितेंद्र कुमार, आगरा में मनोज पाण्डेय, राहुल चौरसिया, कपूरथला में सर्वजीत सिंह, अमरीक सिंह, भरत राज, तुगलकाबाद (नई दिल्ली) में नरसिंह कुमार, किशन कुमार, मनीष हरिनंदन, तुलसीराम यादव, रूपेश कुमार, संजीव सक्सेना, बरकाकाना में उदय महतो, बीआर सिंह, एसपी साहू, प्रवीण कुमार, मृत्युंजय कुमार, रांची में एनएन सिंह, शुभेंदु सेन, पन्ना माइकल, भुबनेश्वर में बीएन भोई, पी के महापात्र, महेंद्र परिदा, राधाकांत सेठी, कैलाश छुरियां, रंजन बेहरा, एसके पांधी, गौरीशंकर पाटनीक और आसनसोल में पार्था सेल ने जनकन्वेंशन का संयोजन किया.

इन जन कन्वेंशनो में एफएएनपीएसआर तथा एएनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष कॉ. अमरीक सिंह व राष्ट्रीय महासचिव का. राजेन्द प्रसाद पाल के साथ इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष का. मनोज पाण्डेय व राष्ट्रीय महासचिव का. सर्वजीत सिंह, तथा नेशनल मूवमेंट टू सेव रेलवे के राष्ट्रीय प्रचार सचिव का. डॉ. कमल उसरी शामिल रहे है. उन्होंने रेल कर्मचारियों से एनपीएस व निजीकरण के खिलाफ चल रहे संघर्ष को और मजबूत बनाने की अपील की.