वर्ष - 31
अंक - 9
26-02-2022

विगत 23 फरवरी 2022 को कन्हैयागंज गांव में भाकपा(माले) का तीसरा सोनियावां पंचायत सम्मेलन संपन्न हुआ. सम्मेलन के मुख्य वक्ता भाकपा(माले) के जिला सचिव का. सुरेंद्र राम ने कहा कि अभी एक ओर जहां केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष में ‘अमृत महोत्सव’ मनाया जा रहा है, वहीं बिहार में जदयू-भाजपा के राज में आजादी आंदोलन के नेता महात्मा गांधी की मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं. बिहार में विगत 10 दिनों में तीन जगहों पर  महात्मा गांधी की मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया गया. यह बहुत ही शर्मनाक है. इन मूर्तियों को तोड़ने वाले लोग वे ही हैं जो हिन्दू-मुस्लिम एकता नहीं चाहते हैं, गांधी के हत्यारे गोडसे की पूजा और महिमामंडन करते हैं तथा धर्म संसद का आयोजन कर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कत्लेआम का खुला आह्वान करते हैं.

उन्होंने कहा कि बिहार की जदयू-भाजपा की सरकार भूमिहीन गरीबों के खिलाफ नये-नये कानून बना कर उन्हें उजाड़ने, जेल भेजने और जुर्माना भरने का अभियान चलाया जा रहा है. भाकपा(माले) व खेग्रामस के द्वारा आगामी 14 मार्च 2022 को राजधानी पटना में  विधानसभा के समक्ष इसके खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा.

इस्लामपुर प्रखंड सचिव का. उमेश पासवान ने कहा कि नीतीश सरकार ने बिहार के मजदूरों, छात्रों और किसानो को ठगने का काम किया है. युवाओं को 20 लाख रोजगार देने का वादा कर सत्ता में आई नीतीश सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ आगामी 7 मार्च 2022 को पटना में छात्र-युवा संगठनों द्वारा ‘युवा संसद’ का आयोजन हो रहा है.

एकंगरसराय प्रखंड के भाकपा(माले) प्रभारी प्रमोद यादव ने कहा कि यह पंचायत सम्मेलन एक ऐसे दौर में हो रहा जब सरकारों द्वारा जनता के अधिकारों और आजीविका पर हमला कर सब कुछ पूंजीपतियों के हवाले किया जा रहा है. पंचयात सम्मेलन के जरिये बनी नयी कमिटी पंचायत के गरीबों के आजीविका के मुद्दे पर आंदोलन और संगठन निर्माण को तेज करेगी. सम्मेलन कोसंबोधित करते हुए  बिन्देश्वरी मिस्त्री ने पार्टी को मजबूत करनेका आह्वान किया. सम्मेलन में पंचायत के सैकड़ों महिला और पुरुष पार्टी सदस्य शामिल थे.

Panchayat Conference