22 जनवरी 2024 को भाजपा संघ द्वारा आयोजित प्राण-प्रतिष्ठा यात्रा के दौरान बेगूसराय जिला के कुरहा बजार में मो. नौशाद (उम्र 25 वर्ष) जो दिव्यांग थे को उन्मादी लोगों ने मोटरसाइकल से जान-बूझकर कुचल कर मार डाला. वहीं संदलपुर गांव के अल्पसंख्यक मुहल्ले में मो. इरफान और मो. इस्लाम के घर और दुकान पर पथराव कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया और उनके साथ गाली-गलौज की गयी.
जिला सचिव दिवाकर प्रसाद के नेतृत्व में भाकपा(माले) की पांच सदस्यीय जांच टीम ने जिसमें मो. एहतेशाम अहमद अधिवक्ता (इंसाफ मंच के जिला संयोजक), भाकपा(माले) नेता इंद्रदेव राम, दीपक आनंद और मो. अखलाक अहमद शामिल थे, घटनास्थल पर पहुंच कर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और घटना की विस्तृत जांच की. जांच टीम के सदस्यों ने मृतक की पत्नी सकीना खातुन से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया और न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया.
लोगों ने बताया कि सड़क से थोड़ा हट कर चापाकल पर मो. नौशाद हाथ-पैर धो रहा था. इसी दौरान जान-बूझ कर मोटरसाइकिल से कुचल कर उसकी हत्या कर दी गयी. इस संदर्भ में साहेबपुर कमाल थाना में 17/24 प्राथमिकी दर्ज हुई है और एक अपराधी को गिरफ्तार किया गया है.
भाकपा(माले) जांच दल ने घटना की तीखे शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि जिला प्रशासन और राज्य सरकार घटना में संलिप्त दोषियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल शुरू कर सजा सुनिश्चित करे और मृतक के आश्रितों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाये.
भाकपा(माले) राज्य सचिव कुणाल ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि भाजपाइयों की असली मंशा को इस घटना ने पूरी तरह बेनकाब कर दिया है. इसे बिहार बर्दाश्त नहीं करेगा. धर्म की आड़ में भाजपाइयों को उन्माद-उत्पात नहीं करने दिया जाएगा. इस मामले की संपूर्णता में जांच होनी चाहिए और अपराधियों-उन्मादियों की अविलंब गिरफ्तारी होनी चाहिए. देश में जो माहौल बना दिया गया है, मो. नौशाद की हत्या उसी का नतीजा है. भाजपा व संघ परिवार राम के नाम पर धार्मिक उन्माद पैदा करने की ही कोशिश कर रहे हैं और संविधान व लोकतंत्र की हत्या करके 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने का ख्वाब देख रहे हैं.