भाकपा(माले) उत्तर प्रदेश ने विगत 13 अप्रैल 2021 को एक बयान जारी कर कहा है कि बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में लखनऊ की विशेष अदालत में अपने सेवाकाल के अंतिम दिन आडवाणी समेत 32 आरोपियों को बरी करने वाले जज को अवकाश ग्रहण के कुछ समय बाद गुपचुप तरीके से प्रदेश का उपलोकायुक्त नियुक्त किये जाने से सवाल खड़े हुए हैं. फाइलों में दबाकर रखी गई नियुक्ति करीब एक सप्ताह बाद मीडिया के एक हिस्से द्वारा सामने लाये जाने पर प्रदेशवासियों की जानकारी में आई. जो भी हो, इस तरह की नियुक्तियों पर अतीत में भी सवाल खड़े हुए हैं और इस बार भी न्यायपालिका की गरिमा पर आंच आई है.