उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के निघासन क्षेत्र में भाकपा(माले) के सबसे वरिष्ठ किसान नेता कामरेड दशरथ महतिया का विगत 9 अप्रैल 2021 की शाम को निधन हो गया है. वे लगभग 94 वर्ष के थे. मूलतः गोरखपुर जिले के रहने वाले कामरेड दशरथ महतिया आजादी की लड़ाई के दौर में ही अपने चाचा के वैचारिक प्रभाव में आकर कम्युनिस्ट आंदोलन से जुड़ गए थे.
उन्होंने निघासन के खल्ला क्षेत्र में सैकड़ों भूमिहीनों को संगठित कर भूमि दखल आंदोलन चलाया. बाद में उन्होंने इस भूमि को भूदान समिति के माध्यम से किसानों के नाम दर्ज कराया. क्षेत्र में उसके बाद भी पार्टी के नेतृत्व में हजारों परिवारों को भूमि दखल आंदोलन के माध्यम से बसाने में उनकी सबसे अगुआ भूमिका रही है. कामरेड दशरथ महतिया का पूरे क्षेत्र में बड़ा सम्मान था. वे खीरी जिले में किसान आंदोलन और पार्टी की मजबूत रीढ़ थे. उनका पूरा परिवार पार्टी से जुड़ा है और खीरी जिला कमेटी सदस्य कामरेड तपेश्वरी उनकी पुत्रवधू हैं.
अलविदा कामरेड दशरथ महतिया! आपकी स्मृतियां हमेशा जिंदा रहेंगी.