बिहार के जाने-माने अर्थशास्त्री व जनपक्षीय बुद्धिजीवी व एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट (आद्री) के संस्थापकों में से एक डाॅ. शैवाल गुप्ता का विगत 28 जनवरी 2021 की देर शाम को निधन हो गया. वे पिछले कई वर्षों से ब्लड कैंसर की बिमारी से जूझ रहे थे.
बिहार के जनपक्षीय विकास के एजेंडे के प्रति लगातार चिंतित रहनेवाले शैवाल गुप्ता यह मानते थे कि भूमि सुधार ही वह एजेंडा है जिसके जरिए ही बिहार को जनपक्षीय विकास का माॅडल मिल सकता है. बिहार के विकास के मुद्दे पर किए गए कई शोधपरक कार्यों व आयोजनों में भी वे बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाते रहे.
भाकपा(माले) महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने उनके निधन पर गहरा शोक जताते हुए उनको एक ऐसे राजनीतिक अर्थशास्त्री के रूप में याद किया जो समाजिक बदलावों पर बेहद पैनी निगाह रखते थे. 29 जनवरी की सुबह पटना पहुंचते ही राज्य सचिव का. कुणाल व अन्य साथियों के साथ वे बैंक रोड स्थित डाॅ. शैवाल गुप्ता के आवास पर पहुंचे, उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और परिजनों के दुःख में साझीदार बने.