बिहार के मधुबनी जिलान्तर्गत बिस्फी में भाकपा(माले) की प्रखंड कमिटी के बैनर तले सैकड़ों ग्रामीण गरीबों और मजदूरों ने विगत 5 फरवरी 2021 को बिस्फी प्रखंड कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन के बाद सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) के जिला सचिव ध्रुव नारायण कर्ण ने कहा कि किसानों, मजदूरों के साथ मोदी सरकार दुश्मन जैसा व्यवहार कर रही है. आंदोलनरत किसानों के खिलाफ सड़क पर कंटीले तार लगाने व कील गाड़ने का काम रही है. यह सब वह अडानी-अंबानी जैसे काॅरपोरेट घरानों के हाथों खेत और खेती को बंधक बनाने के लिए कर रही है.
उन्होंने कहा कि किसान-मजदूर जान गए हैं कि सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के लागू होने से जन बितरण प्रणाली के माध्यम से गरीबों को मिलनेवाला सस्ता अनाज बंद हो जायेगा. खेत-खेती पर काॅरपोरेटों का कब्जा होने के बाद किसान अपने खेतों में ही मजदूर बन कर रह जाएंगे. काॅरपोरेट घरानों को असीमित अनाज भंडारण करने का अधिकार मिल जाने से खाद्यान्न भी बहुत महंगे हो जाएंगे. यही कारण है कि देश के लाखों करोड़ों किसान मजदूर व आम जनता आज सड़कों पर उतर आई है.
अबधेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) नेता अनिल कुमार सिंह ने कहा कि बिस्फी प्रखंड के धजवा गांव के दर्जनों पर्चाधारियों को जमीन पर कब्जा दिलाने, सरकारी व रैयाम चीनी मिल के जमीनों पर से सामंती दबंगों का अवैध कब्जा हटा कर उसे गरीबों में बांटने. सभी भूमिहीन परिवारों को पांच डिसमिल बास भूमि देने, सभी गरीब परिवारों का राशन कार्ड बनाने, सभी महिला-पुरुष मजदूरों को जाॅब कार्ड देने सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर यह प्रदर्शन किया गया.
सभा को हरलाखी प्रखंड माले सचिव मदन चंद्र झा, एस के जयपुरियार, बिस्पफी प्रखंड के माले नेता शैलेन्द्र सीमांचल, उत्तम चंद्र झा, फूल बानो, पंकज पासवान, लाल कुमार राम, बिजय यादव, जय नारायण यादव, राज कुमार चौधरी, रौदी सदाय आदि ने संबोधित किया. अंचलाधिकारी से प्रतिनिधि मंडल मिलने के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ.