10 फरवरी 2021 को बेगूसराय जिले के बलिया स्थित अंबेडकर पार्क में बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ (ऐक्टू से संबद्ध) की प्रखंड कमिटी द्वारा अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया.
रसोइया संघ की जिला अध्यक्ष किरण देवी की अध्यक्षता में आयोजित धरना को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) केन्द्रीय कमिटी सदस्य व बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ की राज्य महासचिव सरोज चौवे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया वक्तव्य पर तंज करते हुए कहा कि हां, हम आंदोलन जिवी हैं, भगत सिंह के वारिस हैं और देश में मजदूर आंदोलन को आगे बढ़ाने जिंदा रखने की जिम्मेदारी हमारी ही है. मोदी नीतीश सरकार के मजदूर विरोधी नीतियों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बजट सत्र में ना ही मजदूरों की बात की गई और ना ही मनरेगा की. उन्होंने 26 मार्च को निम्नलिखित मांगों पर विधानसभा के समक्ष होनेवाले प्रदर्शन में अधिक से अधिक रसोइया बहनों से भाग लेने की अपील की.
1. रसोइया को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दो!
2. मानदेय 21 हजार रुपए करो!
3. दस महीने नहीं, 12 महीने का मानदेय दो!
4. चार श्रम कोडो को खारिज करो!
5. कोरेंटाइन सेंटरों में काम करने वाली रसोइया की मजदूरी का भुगतान करो!
6. मध्यान्ह भोजन योजना को एनजीओ के हवाले करना बंद करो!
7. कैंप लगाकर रसोइयों को नियुक्ति पत्र दो!
8. रसोइया को ईपीएफ, ईएसआई व सामाजिक सुरक्षा पेंशन दो!
9. विद्यालय का मर्जर करना बंद करो!
10. तीनों कृषि कानून वापस लो!
11. महिलाओ के उपर बढ़ते सांप्रदायिक हिंसा व् अपराध पर रोक लगाओ!
धरना में भाकपा(माले) नेता दिवाकर प्रसाद, इंद्रदेव राम, नूर आलम, लड्डू लाल दास व सुनीता देवी, बबीता देवी, प्रेमा देवी, काजुमा देवी आदि रसोइया शामिल थीं.