कर्मठ मजदूर नेता कामरेड गणेश पासवान (उम्र-65 वर्ष) ने भागलपुर (बिहार) के भीखनपुर स्थित अपने किराए के कमरे में विगत 29 दिसंबर 2020 की सुबह करीब 6 बजे अतिम सांस ली. उनके निधन की खबर से मजदूर कतारों में शोक की गहरी लहर दौड़ गई. सैकड़ों मजदूरों ने उनके निवास स्थान पर पहुंच कर अपना दुख जताया.
पेशे से राजमिस्त्री कामरेड गणेश पासवान ऐक्टू व बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के जिला कमिटी सदस्य और भाकपा(माले) के नगर कमिटी सदस्य थे. वे मजदूर आंदोलन के अगुआ कतार में शामिल थे, भागलपुर मजदूर आंदोलन के एक प्रमुख स्तंभ थे तथा मजदूर वर्ग के सभी संघर्षाे का अनिवार्य हिस्सा हुआ करते थे. वे अपने पीछे पत्नी व एक बेटी छोड़ गए हैं.
ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का. एसके शर्मा तथा राज्य सचिव मुकेश मुक्त ने उनके आवास पर पहुंच कर गहरा शोक जताया व उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए और कहा कि का. गणेश पासवान जीवन के अंतिम सांस तक कम्युनिस्ट रहे और इनके निधन से समूचे मजदूर वर्ग आंदोलन को अपूरणीय क्षति हुई है.
कामरेड गणेश पासवान के निधन पर ऐक्टू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव डिमरी, राज्य महासचिव आर एन ठाकुर, भाकपा(माले) के केन्द्रीय कार्यालय सचिव का. प्रभात कुमार, जिला सचिव बिंदेश्वरी मंडल, नगर सचिव सुरेश प्रसाद साह, निर्माण मजदूर नेता अमर कुमार, कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) के जिला सचिव श्यामनंदन सिंह, शिक्षक नेता ब्रजराज चौधरी आदि ने शोक संदेश भेजे.