वर्ष - 29
अंक - 38
12-09-2020

आरा में गोला मोहल्ला मोड़ पर भाकपा(माले) के युवा नेता व अधिवक्ता अमित कुमार गुप्ता उर्फ बंटी के नेतृत्व में छात्र-युवाओं ने रोषपूर्ण नारा लगाते हुए कैंडल सभा आयोजित किया. सभा को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने हर साल 20 लाख नौजवानों को रोजगार देने का वादा किया था और आज हर साल करोड़ों लोगों की छंटनी कर रही है. रेलवे, एसएससी, यूडीसी बैंक की नियुक्तियों का आवेदन लेकर भी परीक्षा नहीं ले रही है और जो छात्र-युवा सफल हुए हैं उनकी नियुक्ति नहीं करा रही है. ईशान राज, साधु यादव, जितेंद्र यादव, ददन यादव, विक्की सिंह, मंटू यादव, गोलू कुमार, विक्रांत, निशांत कश्यप, अमन, बासुकि, राहुल, रोहित, मोहम्मद आरिफ सहित सैकड़ों नौजवान गगनभेदी नारे लगाते हुए इस कार्यक्रम में शामिल थे. आरा शहर के अबरपुल व जवाहर टोला में भी यह कार्यक्रम हुआ.

बक्सर ‘नरेन्द्र मोदी रोजगार दो, नहीं तो इस्तीफा दो’ नारे के साथ केसठ प्रखण्ड के शिवपुर, किरानी, केसठ दखिन टोला, हरि डेरा और कतकिनार गांव में टार्च लाइट, मोमबत्ती, मोबाइल और दीया जलाया गया.

अरवल जिले के कुर्था, कामता-कलेर और रामपुर चौरम थाना के हरना गांव समेत दर्जनों गांवों में छात्र-नौजवानों ने बेरोजगारी के खिलाफ रोजगार के लिए बिजली गुल कर दी और मोमबत्ती जला कर प्रदर्शन किया. छात्र-नौजवानों ने कुर्था बाजार में प्रधानमंत्री का अर्थी जुलूस भी निकाला.

पटना जिले के बिहटा प्रखंड के भगवतीपुर में इंकलाबी नौजवान सभा के प्रखंड अध्यक्ष श्रवण प्रजापति और रवि प्रजापति के नेतृत्व में बेरोजगार युवाओं ने रोजगार मांगे इंडिया कार्यक्रम के तहत मोमबत्ती जलाकर प्रदर्शन किया.

पूर्वी चंपारण जिले के बंजरिया प्रखंड के सिंघिया सागर वार्ड नं-1 में लोगों ने अपनी छतों पर, दरवाजे के सामने तथा मुहल्ले में सड़क के दोनों किनारे टार्च, दीया, मोमबत्ती जलाकर ‘नरेंदर मोदी रोजगार दो या इस्तीफा दो’ इस नारे के साथ विरोध प्रदर्शन किया.आइसा व इनौस के नेताओं सैफ अली, परवेज सैफी, नसीम आलम, कमरुद्दीन सैफी, राजा आलम, शमीम आलम, गुड्डू, वसीम, सैफुल्लाह समेत दर्जनों छात्र-युवा इसमें भागीदार बने. छात्र-युवाओं ने नौकरी देने वाली सरकारी संस्थाओ को बेचने और देश मे बढ़ रही आर्थिक तंगहाली व बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ सरकार से इस्तीफा देने की मांग की और कहा कि केंद्र-राज्य सरकार जब-जब चुनाव नजदीक आता है वैकेंसी निकालने और रोजगार देने का वादा कर युवाओं को ठगने का काम करती है. उन्होंने ‘उठो नौजवानो ललकार दो, कहो नरेंद्रो मोदी सरकार से हमें रोजगार दो’ का नारा लगाया.

समस्तीपुर जिले के ताजपुर में निजीकरण एवं बेरोजगारी के खिलाफ मोबाईल व टार्च के साथ प्रदर्शन किया गया. प्रखंड के फाजिलपुर बधौनी में इनौस के जिला सचिव आशिफ होदा, जिलाध्यक्ष राम कुमार, प्रखंड सचिव नौशाद तौहीदी, मो. एजाज, कृष्ण कुमार, मो. सितारे, मो. सद्दाम, एबाद सदरी, कासिफ सदरी, चांद बाबू और आइसा के मो. जावेद, जीतेंद्र सहनी आदि ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया. छात्र-युवा अपने हाथों में नारे लिखे तख्तियां लिए हुए थे. मौके पर आशिफ होदा ने कहा कि युवाओं व उनके परिवार के सामने बेरोजगार रूपी अंधेरा छाया हुआ है.

राजधानी पटना के चितकोहरा में आइसा नेता आकाश कश्यप की अगुआई में छात्रा-नौजवानों ने मोमबत्ती मार्च निकाला. दरभंगा व बेगूसराय में रोजगार के लिए टार्च व मोमबत्ती जलाते हुए कार्यक्रम किया गया.

नालंदा जिले के बिहारशरीफ देश में बढ़ती बेरोजगारी व निजीकरण के खिलाफ और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को वापस लेने की मांग के साथ बिजली गुल कर मोमबत्ती, टार्च व मोबाईल फ्रलैश जलाया गया.

उत्तर प्रदेश के रायबरेली में रोजगार मांगे इंडिया के तहत इंकलाबी नौजवान सभा ने शहीद चौक पर मोमबत्ती जलाकर सरकार से रोजगार की मांग की. इंकलाबी नौजवान सभा के जिला संयोजक उदयभान चौधरी ने कहा कि देश में बेरोजगारी की दर बढ़कर 9.1प्रतिशत और जीडीपी घटकर -23.9 हो गई है. ऐसे दौर में देश के प्रधानमंत्री नौजवानों को मूर्ख बनाने व मोर नचाने में लगे हैं और वित्त मंत्री ‘एक्ट ऑफ गाॅड’ कहकर अपनी जिम्मेदारी से बच जाना चाहती हैं.

उत्तर प्रदेश सरकार भी रोजगार देने से पीछे हट गई. प्रदेश के सभी आयोगों, बोर्डों (लोकसेवा आयोग, उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग, अधीनस्थ शिक्षा सेवा चयन आयोग, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, पुलिस भर्ती बोर्ड) में न सिर्फ नौकरियां कम हुई हैं बल्कि परीक्षाओं में अनियमितता व भ्रष्टाचार आम बात होती जा रही है. सभी संस्थाएं समय से परीक्षा, परिणाम व नियुक्ति देने में अक्षम हो गई हैं. प्रधानमंत्री महोदय 6 माह में नियुक्ति देने की बात करते हैं लेकिन 6 साल में भी नियुक्ति पूरी होती नहीं दिखाई देती. भर्तियों में भ्रष्टाचार व न्यायालय में मामला लंबित होना आम बात हो गई है. रोजगार देने की जिम्मेदारी सरकार की है लेकिन नौजवानों को आयोग के गठन, सदस्यों की नियुक्ति, पदों का विज्ञापन, परीक्षा, परिणाम, नियुक्ति और ज्वाइनिंग के लिए सड़क पर आंदोलन व न्यायालय का रास्ता अपनाना पड़ता है. सरकार ज्वाइंट सेक्रेटरी के पद पर लेटरल एंट्री के द्वारा नियुक्त कर लोकसेवा आयोग की स्वायत्तता व आरक्षण की व्यवस्था खत्म कर रही है. जो संस्था के साथ ही संविधान पर भी चोट है. अभिषेक, सुंदर प्रजापति, राजवंत यादव, विक्रम सरोज, अरविंद यादव, टीपू सुल्तान, अहमद सिद्धीकी, प्रमिला, कंचन, आशीष व बिरजेश चौधरी उपस्थित रहे. सरेनी में श्री कृष्ण, डलमऊ मे राम सिंह यादव, हरचंदपुर में सचिन, सताव में पिंटू पासी ने कार्यक्रम का नेतृत्व किया.

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