वर्ष - 29
अंक - 25
13-06-2020

बिहार में दलित-गरीबों पर लगातार बढ़ते हमले, हत्या व सरकारी जमीन से उनकी बेदखली के खिलाफ 5 जून को भाकपा(माले) के राज्यव्यापी आह्नान पर पूरे राज्य में विरोध दिवस मनाया गया. भाकपा(माले) के पोलितब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा मधुबनी नगर थाना के सुदंरपुर भिट्ठी गांव गए और वहां उन्होंने भाजपा समर्थित सामंती-अपराधी व मुखिया अरुण झा गिरोह के हमले में मारे गए ललन पासवान व अन्य घायल परिवारों से मुलाकात की. भाकपा(माले) ने सरकारी जमीन पर बसे सभी गरीबों की सुरक्षा की गारंटी की मांग सरकार से की है. ललन पासवान पर हमला सामंती अपराधियों द्वारा पूरे बिहार में दलित-गरीबों को सरकारी जमीन से बेदखल करने के चल रहे अभियान की ही अगली कड़ी है.

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राजधानी पटना में राज्य कार्यालय में आयोजित विरोध दिवस में माले राज्य सचिव कुणाल, पार्टी के केंद्रीय कमेटी सदस्य बृजबिहारी पांडेय व सरोज चैबे, राज्य कमेटी सदस्य उमेश सिंह, प्रदीप झा आदि नेताओं ने भाग लिया. वहीं पटना के दीघा में जिला कार्यकारी सचिव जितेन्द्र कुमार, वरिष्ठ नेता रामकल्याण सिंह व वशिष्ठ यादव ने तख्ती लेकर सरकार से सामंती-अपराधियों पर लगाम लगाने की मांग की. पटना जिला के दुल्हिनबाजार, मसौढ़ी, पालीगंज, बिहटा आदि इलाकों में भी प्रदर्शन किए गए.

इस मौके पर माले राज्य सचिव ने कहा कि आज न केवल मधुबनी बल्कि गोपालगंज, मुजफ्फरपुर से लेकर चंपारण तक दलित-गरीबों के खिलाफ सामंती-अपराधियों का तांडव लगातार जारी है. ऐसा लगता है बिहार में सरकार नाम की कोई चीज रह ही नहीं गई है. नीतीश सरकार के तथाकथित सुशासन का दावा पूरी तरह से बेनकाब हो गया है. ये सामंती-अपराधी बिहार को एक बार फिर से पुराने दिनों में ले जाने पर आतुर हैं, लेकिन यह होने वाला नहीं है.

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का. धीरेंद्र झा ने कहा कि मधुबनी की घटना को सीधे तौर पर भाजपा के संरक्षण में अंजाम दिया गया है. सुंदरपुर भिट्ठी में लंबे समय से दलित-गरीब गैरमजरूआ जमीन पर बसे हुए हैं. भाजपा समर्थित मुखिया अरुण झा इस इलाके में कुछ मध्यवर्गीय लोगों के समर्थन से एक गिरोह बनाकर कुछ दिनों से यह जमीन खाली करने के लिए गरीबों पर दबाव बना रहा था. मामला प्रशासन के संज्ञान में भी था. एसडीओ के नेतृत्व में तीनों पक्ष की वार्ता हुई थी और यह तय हुआ था कि लाॅकडाउन के उपरांत नापी करवाई जाएगी.

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लेकिन इसी बीच, सामंती-अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया. घटना में ललन पासवान की हत्या के अलावा दीपक पासवान, गरीब पासवान, जगदीश पासवान और सत्या देवी बुरी तरह घायल हो गए हैं.

सामंती-अपराधियों के बढ़ते मनोबल का एक और नमूना मुजफ्फरपुर के बरुआरी गांव में देखा गया जहां सामंती मिजाज के मनोज सिंह ने पेड़ के कुछ पत्ते चर जाने के आरोप में रविदास जाति से आने वाले दलित-गरीब अशोक राम की बकरी को बंधक बना लिया और 800 रु. जुर्माना ठोक दिया. इतना ही नहीं, इसके बाद मनोज सिंह ने दलित टोले के रास्ते को जेसीबी से खोदवाकर पूरी तरह से ब्लाॅक कर दिया. शांति देवी के घर को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया. दलित टोले पर कई बार हमले किए गए.

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पश्चिम चंपारण में तो प्रशासन लगातार सामंती अपराधियों की लठैती में उतरा हुआ है और दलित-गरीबों की बेदखली का अभियान लगातार चलाया जा रहा है. मैनाटांड़ प्रखंड के चिउंटहा में गरीबों की कब्जे वाली जमीन को प्रशासन से मिलीभगत करके सामंती-अपराधियों ने एक तरह से अपने कब्जे में कर लिया है और वहां 3 एकड़ में पोखरा का निर्माण कार्य आरंभ कर दिया है.

विगत 29 मई को बेलवा टोला पर सीलिंग से फाजिल कुछ जमीन दलित-गरीबों के कब्जे में है. सामंती अपराधियों ने फायरिंग करके उस जमीन पर लगे धान के बीज को उखाड़ फेंका और फिर अपना बीज बो दिया. सिंहपुर में भी गरीबों को लगातार बेदखल किया जा रहा है. चनपटिया के छवरिया टोला में एक दलित युवक पप्पू राम की मोटर साइकिल से एक भूमिहार जाति के नौजवान को ठोकर लग गई. उस नौजवान ने पप्पू राम पर हाथ चला दिया, पप्पू राम ने जब इसका विरोध किया तो सामंती-अपराधियों ने उनके घर को उजाड़ दिया और आधा एकड़ गन्ना की फसल को भी बर्बाद कर दिया. दलित टोला पर कई बार हमला कर दलितों की पिटाई की गई, जिसके कारण दलित समुदाय के लोग टोला छोड़कर भाग गए हैं.

राज्यव्यापी प्रतिवाद के तहत इस दिन मधुबनी के रहिका, लखनौर, बेरमा, बेनीपट्टी आदि इलाकों में माले कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों व नारों के साथ प्रदर्शन किया.

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दरभंगा में भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने पार्टी राज्य कमेटी सदस्य अभिषेक कुमार, वरिष्ठ नेता आरके सहनी, नगर सचिव सदीक भारती आदि के नेतृत्व में पंडासराय स्थित पार्टी जिला कार्यालय से ब्रह्मस्थान तक प्रतिवाद मार्च निकाला. कामरेड कल्याण भारती की अध्यक्षता में वहां सभा की गई. सभा को सम्बोधित करते हुए का. अभिषेक कुमार ने कहा कि भाजपा-जदयू का राज सामंती-साम्प्रदायिक ताकतों के राज का पर्याय बन चुका हैं. अभी जदयू विधायक के जरिये रचाए गए गोपालगंज जनसंहार की आग ठंडी भी नहीं हुई कि भाजपा संरक्षित मुखिया अरुण झा के नेतृत्व में दलित बस्ती पर हमला कर ललन पासवान की हत्या कर दी गई व कई अन्य लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया. कामरेड आरके सहनी ने मधुबनी में हुए हमले के तमाम दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी और सुंदर भिट्ठी के गरीबों की सुरक्षा की गारंटी करने की मांग की. माले नेताओं ने सामंती हमले में शहीद हुए ललन पासवान के परिजनों को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की. प्रतिवाद सभा को पार्टी जिला कमेटी सदस्य शिवन यादव, मोजमालुद्दीन, डा. उमेश प्रसाद, अवधेश सिंह, रानी शर्मा, आइसा जिलाध्यक्ष प्रिंस कुमार कर्ण आदि ने संबोधित किया.

इसके साथ ही, इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद के नेतृत्व में कंशी गांव में प्रतिवाद मार्च निकाला गया. बहादुरपुर प्रखंड के तारालाही में विनोद सिंह, सुनीता देवी, मो. सफीकुल के नेतृत्व में प्रतिवाद मार्च निकाला गया. मठ छपरार में पिरडी लोकल कमेटी सचिव रामाशंकर सहनी, शत्रुधन पासवान के नेतृत्व में प्रतिवाद मार्च निकाला गया.

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मुजफ्फरपुर में भी इस दिन शहर से गांव तक धरना-प्रदर्शन किया गया. हरिसभा चौक स्थित माले जिला कार्यालय में आयोजित विरोध प्रदर्शन में जिला सचिव कृष्णमोहन, खेत मजदूर सभा के जिला सचिव शत्रुघ्न सहनी, कार्यालय सचिव सकल ठाकुर, अरविंद कुमार डे, इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष आफताब आलम, जिला अध्यक्ष फहद जमां, रेयाज खान, किसान नेता होरिल राय, रसोइया संघ के नेता परशुराम पाठक, मजदूर कार्यकर्ता मुन्ना रजक, नौजवान सभा के शफीकुर रहमान सहित अन्य कार्यकर्ता व नौजवान शामिल थे.

गायघाट के बेनीबाद में भी बरूआरी कांड के खिलाफ माले प्रखंड सचिव व पूर्व जिला पार्षद जितेन्द्र यादव के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन किया गया. धरने में इंकलाबी नौजवान सभा के जिला अध्यक्ष विवेक कुमार, मजदूर सभा के लक्ष्मी सहनी, सुरेश राम, सामंती हमले की पीड़िता शांति देवी, अशोक कुमार, रामप्रवेश राय, विकास कुमार, गुड्डू कुमार सहित दर्जनों लोगों ने भाग लिया. बोचहां प्रखंड में सचिव रामबालक सहनी, मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष रामनंदन पासवान और वीरेन्द्र पासवान के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया जिसमें मनरेगा मजदूर सभा के संयोजक मो. करीम व राजेश राम सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने भाग लिया.

कई अन्य जिला केंद्रों पर भी प्रतिवाद कार्यक्रम किए गए.

– कुमार परवेज / अभिषेक कुमार / कृष्णमोहन