वर्ष - 28
अंक - 16
06-04-2019

ऐक्टू के राष्ट्रव्यापी ‘मोदी हटाओ-रोजी, रोटी और अधिकार बचाओ’ अभियान की भागलपुर में शुरूआत मुख्य रुप से 10 मार्च को ऐक्टू और बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के जिला कमिटियों की संयुक्त बैठक से हुई. इसके पूर्व करीब आधा दर्जन मोहल्लों एवं चौक-चौराहों पर सभा व बैठकें की गयीं.
श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी संशोधन, रोजगार, सामाजिक सुरक्षा, ट्रेड यूनियन व मजदूर अधिकार की मांग पर तथा युद्धोन्माद नहीं शांति आदि के नारे के साथ स्थानीय गांधी शांति प्रतिष्ठान, भागलपुर में 17 मार्च को ऐक्टू ने जिला स्तरीय मजदूर कन्वेंशन आयोजित किया जिसमें असंगठित क्षेत्र के मजदूर प्रतिनिधियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया .

कन्वेंशन के मुख्य वक्ता ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व एआइसीडब्ल्यूएफ के  राष्ट्रीय महासचिव का. एसके शर्मा ने मोदी राज की विनाशकारी मजदूर विरोधी कारनामों की विस्तृत चर्चा की.  उन्होंने कहा कि अंबानी-अडानी के भक्त हैं प्रधान चौकीदार, देशभक्त नहीं. मोदी सरकार सिर्फ लुटेरे औद्योगिक घरानों-पूंजीपतियों की सेवा करती रही. सुधार के नाम पर मजदूरों के अधिकारों को कुचला गया. पहले से नाकाफी रोजगार के अवसर को खत्म कर दिया गया. श्रम के मूल्य को घटाकर विशाल मेहनतकश आबादी को गुलामी में धकेलने की साजिश की गयी. इसका सत्ता में बना रहना देश के लिए खतरनाक है.

convention bhagalpur

 

ऐक्टू राज्य सह जिला सचिव मुकेश मुक्त ने कहा कि मोदी सरकार अपनी विफलताओं व लूट-प्रपंच के राज से ध्यान भटकाने के लिए युद्धोन्माद का माहौल बनाने की भरपूर कोशिश में लगी हुई है. सिर्फ पांच वर्षों के अंदर ही भाजपाईयों ने देश पर कम्पनी राज थोप दिया. जनता की सारी संपत्ति, सारे संसाधन मुनाफाखोरों के हवाले कर दिया. मजदूरों-खेतिहरों व बहुजनों के लिए, देश की शांति व उन्नति के लिए मोदी का कार्यकाल सर्वाधिक विनाशकारी साबित हुआ है. इस लूट-गद्दारी के लिए सबक सिखाने का वक्त आ गया है. इस मजदूर विरोधी-उन्मादी ताकत को सत्ता से बेदखल कर देना मजदूरों की प्राथमिक जिम्मेदारी है.

कन्वेंशन ने मोदी और उसकी पार्टी भाजपा को वोट नहीं करने, गोदी मीडिया का बहिष्कार करने व मोदी को सत्ता से बेदखल करने के लिए सघन अभियान चलाने का ऐलान किया. कन्वेंशन को भाकपा(माले) के नगर सचिव सुरेश प्रसाद साह, असंगठित कामगार महासंघ के राज्य सचिव सुभाष कुमार, बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) के जिला अध्यक्ष विष्णु कुमार मंडल, बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के जिला उपाध्यक्ष सिकंदर तांती, संयुक्त सचिव अमित साह, बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी संघ के राज्य सचिव मनोज कृष्ण सहाय, बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ के जिला संयोजक पूनम देवी व आयुर्वेदिक कालेज के पूर्व प्राचार्य व चर्चित मजदूर नेता कामता प्रसाद गुप्ता ने भी संबोधित किया .

कन्वेंशन में ऐक्टू के जिला कार्यालय सचिव अमर कुमार, जिला कमिटी सदस्य चंचल पंडित, प्रवीण कुमार पंकज, गणेश पासवान, मो.चांद अली, विनीता देवी, मो. सुदीन, ऐपवा नेत्री शिखा देवी, किरण देवी, अंजना देवी, यशोदा देवी, मन्नो देवी सहित असंगठित क्षेत्र के विभिन्न ट्रेडों से जुड़े 79 महिला-पुरुष मजदूर प्रतिनिधि शामिल हुए .

इन्हीं सवालों पर 24 मार्च को नवगछिया के आनंद विवाह भवन में ऐक्टू का अनुमंडल स्तरीय मजदूर कन्वेंशन आयोजित हुआ. कन्वेंशन की शुरुआत करते हुए ऐक्टू के राज्य सह जिला सचिव मुकेश मुक्त ने मजदूरों के राष्ट्रव्यापी ‘मोदी हटाओ-रोजी, रोटी और अधिकार बचाओ’ अभियान की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि देश की सत्ता जिन मजदूर विरोधी, विनाशकारी व उन्मादी शक्तियों के हाथों में है इन्हें खदेड़ कर सत्ता से बाहर करने की जवाबदेही मजदूरों पर है.

कंवेंशन के मुख्य वक्ता का. एसके शर्मा ने मोदी सरकार की मजदूर विरोधी-देश विरोधी नीतियों व युद्धोन्मादी षड्यंत्र और राज्य के नीतीश सरकार की मजदूर विरोधी कार्यवाहियों की विस्तृत चर्चा  की. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने मजदूरों के अधिकारों को कुचल कर रख दिया है. मजदूरों के जीवन की कीमत पर मुनाफा लोलुप औद्योगिक लूटेरों को लूट की खुली छूट दे दी गई है. मोदी सरकार ने देश पर कंपनी राज थोप कर इसे बरबादी के कगार पर खड़ा कर दिया है. हमें इस साम्प्रदायिक-फासीवादी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए संकल्पित होना है .

कन्वेंशन को भाकपा(माले) के जिला सचिव बिंदेश्वरी मंडल, खेग्रामस के जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम दास, भाकपा(माले) के वरिष्ठ नेता सुरेश कुंवर व निर्माण मजदूर नेता कन्हैया कुमार सिंह ने भी संबोधित किया. कन्वेंशन में भाजपा-राजग को वोट नहीं करने और उसे सत्ता से बेदखल करने के लिए जन अभियान चलाने की घोषणा की गई.

कंवेंशन में संजय सिंह, सुनीता झा, मुकेश ततमा, दिलीप शर्मा, विनोद कुमार, देवनंदन मंडल, नगीना राय, माटो पासवान, कंचन देवी, रश्मि रंजन, राधेश्याम रजक, रवि मिश्रा, सुरेश मंडल, रविन्द्र कुमार रमन, महेंद्र मंडल, रविन्द्र कुमार, नंदलाल मंडल, वकील मंडल, विकास मिस्त्री, शशिकांत मिस्त्री, सुरेंद्र राम, प्रमोद सिंह आदि शामिल हुए .

अभियान का समापन 31 मार्च को बिहपुर प्रखंड में मजदूरों की आम सभा से हुआ. इस आम सभा की अध्यक्षता ऐक्टू के संयुक्त सचिव इनोद पासवान ने की. सभा को संबोधित करते हुए ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त ने मजदूरों, गरीबों, दलितों, अल्पसंख्यकों व महिलाओं पर हो रहे बर्बर हमलों की विस्तृत चर्चा करते संसदीय चुनाव में भाजपा-राजग के खिलाफ वोट करने की अपील की .

सभा को भाकपा(माले) के जिला सचिव बिंदेश्वरी मंडल, बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) के जिला सचिव श्यामनंदन सिंह व ऐक्टू के पूर्व जिला संयुक्त सचिव अरुण महतो ने संबोधित किया. सभा में सैकड़ों निर्माण मजदूर शामिल रहे .