वर्ष - 28
अंक - 29
06-07-2019

एक तरफ चेन्नै भयानक जल संकट से जूझ रहा है, वहीं दूसरी ओर पुदुच्चेरी की राज्यपाल किरण बेदी तमिलनाडु और चेन्नै की जनता की तकलीफों का मजाक उड़ा रही हैं. उन्होंने हिंदी में ट्वीट करके कहा कि चार वर्ष पूर्व भयावह बाढ़ का प्रकोप झेलने वाला चेन्नै “कमजोर प्रशासन, भ्रष्ट राजनीति, उदासीन नौकरशाही तथा स्वार्थी व कायराना/कमजोर जनता की वजह से आज देश का पहला सूखा शहर बन गया है.”

यह अत्यंत अविवेकपूर्ण है कि राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद पर बैठा कोई व्यक्ति इस किस्म की अंध-आंचलिक अभद्र टिप्पणी देने पर उतर आए और चेन्नै की समूची जनता को “स्वार्थी व कायराना” घोषित कर दे.

भारत के बड़े-बड़े भू-भाग आज सूखा और जल-संकट से जूझ रहे हैं, लेकिन केंद्र और संबंधित राज्य सरकारें उदासीन बनी हुई हैं. काफी चेतावनियां मिलने के बावजूद उन्होंने इस जल-संकट से निपटने के लिए कुछ भी न किया. और अब केंद्र के ये नुमाइंदे उद्दंडतापूर्वक और लापरवाही के साथ जल संकट से पीड़ित अवाम को ही गालियां दे रहे हैं. अपनी अभद्र टिप्पणियों के लिए किरण बेदी को बर्खास्त करना होगा.