वर्ष - 28
अंक - 32
27-07-2019

भाकपा(माले) महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने 26 जुलाई को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि मोदी सरकार द्वारा एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेन्सी), यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) एवं आरटीआई (सूचनाधिकार) कानूनों में संशोधन लाया जाना और लोकसभा द्वारा उनको पारित किया जाना भारतीय लोकतंत्र एवं भारत के नागरिकों की नागरिक स्वतंत्रताओं एवं अधिकारों पर घातक चोट है. उन्होंने पार्टी कतारों से इन संशोधनों के खिलाफ 27 जुलाई से लेकर स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) तक देशव्यापी प्रतिवाद संगठित करने और ऐसे प्रतिवादों में शामिल होने का आह्वान करते हुए कहा है कि आगामी 30 जुलाई को कोलकाता में आयोजित पार्टी का अखिल-भारतीय ‘एकताबद्ध हो, प्रतिरोध करो’ कन्वेंशन भी लोकतंत्र पर किये गये इन हमलों के खिलाफ हमारे प्रतिवाद को मुखर रूप देगा.