वर्ष - 28
अंक - 15
30-03-2019

कोडरमा में छात्र-युवा परिवर्तन यात्रा

23 मार्च को शहीद दिवस के अवसर पर पार्टी महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने गिरीडीह जिले के सरिया में आइसा और इनौस की कोडरमा लोकसभा स्तरीय छात्र-युवा परिवर्तन यात्रा को रवाना किया. यह यात्रा 23 मार्च से 31 मार्च तक चलेगी. इस दौरान 50 से अधिक स्थानों पर नुक्कड़ सभायें आयोजित होंगी. छात्र-युवा परिवर्तन यात्रा सरिया स्थित शहीद भगत सिंह की मूर्ति के माल्यार्पण के साथ शुरू हुई. मौके पर पार्टी महासचिव के अलावा बगोदर के पूर्व विधायक का. विनोद सिंह, पार्टी पोलित ब्यूरो के सदस्य वी. शंकर, और माले जिला सचिव का. मनोज भक्त भी मौजूद थे. छात्र-युवा परिवर्तन यात्रा का नेतृत्व आरवाइए के राष्ट्रीय सचिव संदीप जायसवाल, जिला अध्यक्ष संतोष कुमार, जिला उपाध्यक्ष सोनू पांडेय,आदि कर रहे हैं.

Youth, Kodarma

 

गढ़वा में इस अवसर पर गर्ल्स हाई स्कूल मैदान से रंका मोड़ तक मार्च किया गया, भगत सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर शहीदों को एक मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी गई और उनके अधूरे सपने को पूरा करने का संकल्प लिया लिया गया. रंका मोड़ पर आयोजित संकल्प सभा को संबोधित करते हुए जिला सचिव कालीचरण मेहता ने कहा कि आज की परिस्थिति में भारत के इतिहास के अनमोल धरोहर शहीद भगत सिंह उनके साथियों के संपूर्ण आंदोलन का विचार को जन-जन तक ले जाने की आवश्यकता है. भगत सिंह सामंतवाद व साम्राज्यवााद की हुकूमत को खत्म कर मजदूर-किसानों का राज बनाना चाहते थे. सभा को वीरेंद्र चौधरी, सत्येंद्र मेहता, सूर्यदेव चौधरी, खुर्शीद अंसारी, मकबूल अंसारी, आदि ने भी संबोधित किया. सभा की अध्यक्षता व संचालन का. सुषमा मेहता ने किया. चिरकुंडा व निरसा में भी शहीदे आजम की मूर्तियों पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गईं.

मजदूरों ने मनाया शहादत दिवस

AICCTU, Bihar

 

भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु के शहादत दिवस के अवसर पर 23 मार्च को ऐक्टू से जुड़े असंगठित कामगार महासंघ के बैनर तले ठेका मज़दूरों ने एम्स के मुख्य द्वार तथा नालंदा बिस्कुट कम्पनी से जुड़े सैकड़ो मज़दूरों ने अपने फैक्ट्री गेट पर संकल्प सभा का आयोजन किया.

एम्स व नालन्दा बिस्कुट कंपनी में आयोजित कार्यक्रम का नेतृत्व ऐक्टू राज्य सचिव रणविजय कुमार, एम्स असंगठित कामगार महासंघ के महासचिव देवईश्वर प्रसाद, नालंदा बिस्कुट कंपनी मज़दूर यूनियन के महासचिव रामजीत प्रसाद, सचिव सूर्यदेव प्रसाद, विनय कुमार व भगत कुमार ने किया.शहीदे आजम भगत सिंह व उनके साथियों को एक मिनट की मौन श्रद्धांजलि देने के बाद शुरू हुई सभा को संबोधित करते हुए ऐक्टू नेता रणविजय कुमार ने कहा - ‘‘शहीद भगत सिंह के विचार आज के समय मे सर्वाधिक प्रसांगिक है. भगत सिंह नया समाज और नया देश बनाने का सपना देखने व इसके लिये लड़ने वाले एक महान क्रांतिकारी थे.  उन्हें भारत और पाकिस्तान में आज भी एक जैसा सम्मान हासिल है. आज के दौर में शहीद भगत सिंह और उनके साथियों के विचारों पर चल कर ही पूंजीवादी-साम्राज्यवादी अमेरिका के लूट तथा साम्प्रदायिक व फासीवादी ताकतों का प्रयोगस्थल बना दिए गए भारत देश को इस शोषणकारी व्यवस्था से मुक्त कराया जा सकता है.

ऐक्टू व भाकपा (माले) के संयुक्त आह्वान पर राजधानी पटना के कंकड़बाग में अशोक नगर रोड नंबर 11 से संकल्प मार्च निकाला गया और कंकड़बाग टेम्पो स्टैंड पर सभा आयोजित की गई. सैकड़ों स्थानीय लोगों व निर्माण मजदूरों ने इसमें हिस्सा लिया. का. रणविजय कुमार, अशोक कुमार, पन्ना लाल सिंह, अनुराधा देवी, श्याम प्रसाद साव, प्रकाश कुमार सिंह आदि भाकपा(माले) व ऐक्टू नेताओं ने संकल्प सभा को संबोधित किया.

उदयपुर में संयुक्त रैली निकाली गई

Udaypur

 

शहादत दिवस पर वामपंथी पार्टियों और जनवादी व दलित संगठनों ने उदयपुर में रैली निकाली. यह रैली टाउन हाल से सूरजपोल, मुखर्जी चौक, बड़ा बाजार, घंटाघर, हाथीपोल एवं चेतक सर्कल होते हुए मोहता पार्क गई. इससे पहले सेवाश्रम चौराहा (आयड़ पुलिया) स्थित शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया.

मोहता पार्क में जनसभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) राज्य सचिव का. महेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि भगत सिंह को आज याद करने का मतलब उन विचारों पर अमल करना है जो भगत सिंह और उनके साथी क्रांतिकारियों को साम्राज्यवाद  के खिलाफ संघर्ष में उतरने को प्रेरित कर रहे थे. भगत सिंह और उनके साथियों ने किसी देश अथवा व्यक्ति के द्वारा दूसरे देश अथवा व्यक्ति के शोषण का खात्मा करने और एक समतामूलक व न्यायपूर्ण समाज की स्थापना करने का सपना देखा था.

उन्होंने कहा कि आज सत्तर साल बाद भी उनका सपना अधूरा है. उनको सच्ची श्रन्दांजलि यही होगी कि इस शोषणकारी व्यवस्था की संचालक सांप्रदायिक फासीवादी सत्ता को तुरंत उखाड़ फेंकें और सांप्रदायिक-कारपोरेट विचारधारा को समाज से ख़ारिज कर दें. माकपा के शहर सचिव का. राजेश सिंघवी ने भगत सिंह के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला.

भाकपा (माले) के जिला सचिव डा. चन्द्रदेव ओला ने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार ने तो अंग्रेजों  की तर्ज पर ‘बांटों और राज करो’ की नीति ही अख्तियार कर ली है और देश के मेहनतकश मजदूर-किसानों का जबरदस्त शोषण किया है. भारत के  नौजवानों को फिर से भगत सिंह के आदर्शों को अपना कर सच्चा देशप्रेम दिखाने की जरूरत है.

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव का. प्रताप सिंह ने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी के बड़े आन्दोलन से ही भगतसिंह के सपनों का समाज बनाया जा सकता है. भीम सेना के कैलाश मेघवंशी ने कहा  कि एक सच्चा जनतांत्रिक समाज भगत सिंह और अम्बेडकर के विचारों पर चल कर ही बनाया जा सकता है.

सभा की अध्यक्षता करते हुए का. शंकरलाल चौधरी ने कहा कि भगत सिंह और उनके साथियों को क्रांति से कम कुछ भी मंजूर नही था. संयोजक सौरभ नरुका ने कहा क्रांतिकारी संघर्ष को कमजोर करने के लिए सत्ताधारी सांप्रदायिकता और जातिवाद का सहारा लेते हैं और राष्ट्रवाद का नकाब ओढ़ लेते हैं . सभा में प्रो. हेमेन्द्र चंडालिया, डी.एस. पालीवाल, रिंकू परिहार, जिज्ञासु, अनीश, सौरभ गुप्ता और ग्रामीण इलाकों से आये सैंकड़ो मजदूर-किसान मौजूद थे.