बिहार में परिवर्तन की महत्वपूर्ण सूत्रधार बनेंगी महिलाएं

12 फरवरी, ऐपवा स्थापना दिवस के अवसर पर बिहार की राजधानी पटना में विधानसभा के समक्ष महिलाओं का प्रदर्शन आयोजित किया गया था. इसी दिन बिहार की भाजपा-जदयू सरकार को विश्वास मत हासिल करना था. राजनीतिक माहौल काफी तनावपूर्ण था और तरह-तरह की बातें हवा में थीं. ग्रामीण और शहरी इलाकों में जहां से महिलाओं को शामिल होना था वहां कई लोगों ने प्रचार कर दिया था कि प्रदर्शन नहीं होगा क्योंकि पटना में धारा 144 लगा दी गई है. कई जगह से महिला साथियों के फोन आने लगे कि कार्यक्रम होगा या नहीं. प्रदर्शन की इजाजत मिली है या नहीं.

पूरा देश शाहीनबाग बन गया है

भाकपा(माले) केन्द्रीय कमेटी की सदस्य व ऐपवा महासचिव का. मीना तिवारी ने पिछले दिनों मुजफ्फरपुर जिले का सघन दौरा कर वहां चल रहे सीएए-एनआरसी व एनपीआर विरोधी कार्यक्रमों में शिरकत की. 18 फरवरी 2020 को उन्होंने भाकपा(माले) व इंसाफ मंच के बैनर से तुर्की-भुताने व शर्फुद्दीनपुर में संविधान बचाओ-नागरिकता बचाओ जन एकता सभा का आयोजन किया गया. सभा में बड़ी संख्या में महिलाएं, नौजवान, मजदूर-किसान व आम लोग शामिल थे.